हटा के कांग्रेस नेता देवेन्द्र चौरसिया, महेश चौरसिया और सोमेश चौरसिया पर 15 मार्च 2019 को डामर प्लांट ऑफिस के पास धारदार हथियारों और लोहे के सरिया से हमला किया गया.
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दमोहः कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया हत्याकांड में पथरिया से बसपा विधायक रामबाई के पति गोविंद सिंह को आरोपी बनाया है. हटा एडीजे कोर्ट ने गोविंद सिंह के विरुद्ध गिरफ्तारी वारंट जारी किया है और 21 जनवरी तक पेश होने का आदेश दिया है. आपको बता दें कि 15 मार्च 2019 को हटा के कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया की चुनावी रंजिश को लेकर हत्या हो गई थी.
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इस केस में पथरिया से बसपा विधायक रामबाई के देवर और भतीजा मुख्य आरोपी बनाए गए थे. मामले को लेकर पीड़ित पक्ष के लोग सुप्रीम कोर्ट तक गए. सुप्रीम कोर्ट ने पिछले महीने हटा न्यायालय को निर्देशित किया कि वह मामले की सुनवाई जल्द करे और फैसला सुनाए. शनिवार को कोर्ट में पीड़ित पक्ष के लोगों के बयान दर्ज हुए.
पीड़ित पक्ष ने गोविंद सिंह को केस में आरोपी बनाने का आवेदन कोर्ट में दिया था
इससे पहले पीड़ित पक्ष ने कोर्ट में गोविंद सिंह को आरोपी बनाए जाने को लेकर आवेदन भी दिया था. पीड़ित पक्ष का कहना था कि वारदात के समय गोविंद सिंह भी मौके पर मौजूद थे. बयानों के आधार पर कोर्ट ने गोविंद सिंह को भी मामले में आरोपी बनाया है. शनिवार को ही इस केस में विटनेस सोमेश चौरसिया की गवाही होनी थी, लेकिन गोविंद सिंह को आरोपी बनाए जाने से गवाही को अगली पेशी तक के लिए टाल दिया गया है.
जानिए क्या है इस घटना की पूरी कहानी
हटा के कांग्रेस नेता देवेन्द्र चौरसिया, महेश चौरसिया और सोमेश चौरसिया पर 15 मार्च 2019 को डामर प्लांट ऑफिस के पास धारदार हथियारों और लोहे के सरिया से हमला किया गया. देवेन्द्र की इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि सोमेश और महेश को गंभीर चोटें आईं. सोमेश की शिकायत पर हटा थाने में गोविंद सिंह, चंदू सिंह, गोलू सिंह, लोकेश सिंह के खिलाफ आईपीसी की 302, 323, 324, 392, 506, 120बी, 102 सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया. तब पुलिस ने जांच में गोविंद सिंह को आरोपी ना मानते हुए उन्हें राहत दे दी थी.
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बसपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए थे देवेंद्र चौरसिया
देवेंद्र चौरसिया वर्ष 2004 में बसपा प्रत्याशी के रूप में हटा विधानसभा क्षेत्र से और 2014 में दमोह लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़े. वर्षों तक वह बसपा में रहे. वह 12 मार्च 2019 को कांग्रेस में शामिल हो गए. इसके तीन दिन बाद यानी 15 मार्च को उन पर जानलेवा हमला हुआ, जिसमें उनकी मौत हो गई. इस वारदात के इकलौता गवाह सोमेश चौरसिया हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक गए. पुलिस ने हत्याकांड में बसपा विधायक रामाबाई के परिजनों के अलावा 35 लोगों को आरोपी बनाया है.
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