''शिवराज स्कूल में जैसे थे CM बनकर भी वैसे ही हैं'', उनके टीचर से सुनें अनसुनी कहानी''
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''शिवराज स्कूल में जैसे थे CM बनकर भी वैसे ही हैं'', उनके टीचर से सुनें अनसुनी कहानी''

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को अपना 62वां जन्मदिन मना रहे हैं.

फाइल फोटो.

भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को अपना 62वां जन्मदिन मना रहे हैं. इस मौके पर हम आपको मुख्यमंत्री के बचपन और छात्र जीवन से जुड़ी कुछ ऐसी बातें बताने जा रहे हैं, जो शायद ही आपने इससे पहले सुनी या पढ़ी होंगी. शिवराज चौहान में नेतृत्व क्षमता है, यह उनके स्कूल के दिनों में ही देखने को मिल गया था. उन्होंने भोपाल के टीटी नगर स्थित मॉडल स्कूल से पढ़ाई की है. इसी स्कूल से एक छात्र नेता के रूप में उनके राजनीतिक जीवन की शुरुआत भी हुई. 

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शिवराज बचपन में बहुत शरारती थे
शिवराज सिंह के व्यक्तित्व को निखारने में उनके मॉडल स्कूल के शिक्षक और प्रिंसिपल केसी जैन की भूमिका अहम रही है. केसी जैन के मुताबिक स्कूल के दिनों में शिवराज शरारती हुआ करते थे, लेकिन नेतृत्व क्षमता भी काबिले तारीफ थी. वह छात्र जीवन में भी अपने साथियों और सहपाठियों के बीच काफी लोकप्रिय हुआ करते थे. उनको बचपन से ही किसी के साथ होता अन्याय सहन नहीं होता था. वह हर गलत बात का खुलकर विरोध करते थे. 

स्कूल में छात्रों के बीच लोकप्रिय थे
केसी जैन कहते हैं कि अपनी इसी बेबाकी और बेखौफ अंदाज के चतले शिवराज क्लास के सभी छात्रों के पसंदीदा थे. इसीलिए छात्र संघ चुनाव में सभी छात्रों ने शिवराज का नाम आगे बढ़ाया. उनके लिए सभी ने प्रचार भी किया. वोटिंग के समय सभी छात्रों के पास इत्र की शीशी थी. वोट डालने के कागज पर इत्र की बूंदें डाली गईं. शिवराज ने अपने जीवन का पहला चुनाव टीटी नगर मॉडल स्कूल के छात्र संघ अध्यक्षी का जीता था.

ट्रिप पर हुई थी शिवराज की पिटाई
शिवराज के शिक्षक केसी जैन ने बताया कि बच्चों को लेकर स्कूल से गोवा ट्रिप गई हुई थी. लौटते वक्त सभी स्टूडेंट काफी शरारत कर रहे थे. सुनसान एरिया होने के चलते बच्चों को बार-बार शांत रहने को कहा गया. लेकिन किसी ने नहीं मानी, तब शिवराज को सबसे पहले डांट पड़ी और दो, तीन चांटे भी जड़े. लेकिन उस ट्रिप के दौरान जब गाड़ी का ब्रेक फेल हुआ तो सबसे पहले शिवराज ने ही निडरता दिखाई, जिससे हमारी जान बच सकी थी. 

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शिवराज कभी नहीं बदले: केसी जैन
केसी जैन बताते हैं कि शिवराज पहले जैसे थे आज भी वैसे ही हैं. उन्होंने कहा, ''जब मैं नेमावर किसी धार्मिक कार्यक्रम में आया था तो उस वक्त शिवराज ने मुझे सबसे पहले देखा. उसने मेरे और मेरी पत्नी के पैर छूकर आशीर्वाद लिया.'' केसी जैन बताते हैं कि उनके निमंत्रण पर शिवराज सिंह चौहान उनके घर भी आए थे. साल 2005 में मॉडल स्कूल का प्रिंसिपल रहते हुए केसी जैन जब पूर्व छात्रों का मिलन समारोह आयोजित किया, तो मुख्यमंत्री शिवराज चौहान भी उसमें शामिल हुए थे. इस दौरान उन्होंने स्कूल की सभी कक्षाओं में जाकर अपनी यादें ताजा की. उनकी मदद से मॉडल स्कूल को आधुनिक रूप भी दिया गया है. यहां अब एक ऑडिटोरियम भी है.

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