बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि से किसानों की फसल बर्बाद, CM शिवराज बोले- 'चिंता न करें, मैं हूं ना'
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh864919

बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि से किसानों की फसल बर्बाद, CM शिवराज बोले- 'चिंता न करें, मैं हूं ना'

कई जगह गेहूं की फसलें पकी खड़ी थीं. बारिश के चलते गेहूं का कलर पूरी तरह चला गया है. कई जगह फसलें कटकर खलिहानों में रखी थीं. उनको भी काफी नुकसान पहुंचा है. बिन मौसम बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की साल भर की मेहनत पर पानी फेर दिया. 

सांकेतिक तस्वीर.

भोपाल: मध्य प्रदेश में शुक्रवार को हुई बारिश और ओलावृष्टि ने राज्य के किसानों के माथे पर चिंता की लकीर खींच दी है. तेज हवा के साथ बारिश के चलते कई जिलों में किसानों की खड़ी फसलें कहीं-कहीं पूरी तरह तो कहीं-कहीं 50 परसेंट तक आड़ी   हो चुकी हैं. कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि के चलते चना, मसूर से लेकर गेहूं की फसलों को भारी नुकसान हुआ है. किसानों को अब सरकार से उम्मीद है.

MP में फिर बढ़ा कोरोना संकट, 17 दिन में दोगुने हुए एक्टिव केस, भोपाल-इंदौर में हालात चिंताजनक

कई जगह गेहूं की फसलें पकी खड़ी थीं. बारिश के चलते गेहूं का कलर पूरी तरह चला गया है. कई जगह फसलें कटकर खलिहानों में रखी थीं. उनको भी काफी नुकसान पहुंचा है. बिन मौसम बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की साल भर की मेहनत पर पानी फेर दिया. कृषि मंत्री कमल पटेल ने ओलावृष्टि और बारिश से हुए नुकसान का वीडियो ग्राफी से आकलन करने और प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा देने का निर्देश जिला कलेक्टरों और कृषि अधिकारियों को दिया है. 

MP में बेमौसम बारिश का कहर: खराब हुई फसलें, शिवराज सरकार ने किसानों ​के लिए किया ये ऐलान

किसान भाई चिंता न करें, मैं किस लिए हूं: शिवराज
वहीं बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसलें बर्बाद होने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ''किसान भाइयों को मैं कहना चाहता हूं कि वे फिक्र ना करें. मैं किस लिए हूं. परेशान होने की जरूरत नहीं है. जिनकी फसल बर्बाद हुई है उन्हें  उचित मुआवजा दिया जाएगा.'' कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि किसानों का संकट सरकार का संकट है. यह किसानों की सरकार है. किसानों आरबी64 के तहत राहत देंगे.

नगरोदय: शिवराज सरकार 5 साल में खर्चेगी 70,000 करोड़, कमलनाथ ने बताया 'झूठा नारियल'

राज्य में कहां-कहां हुई है बारिश
शुक्रवार को राज्य के कई जिलों में बारिश और ओलावृष्टि हुई. भोपाल, सागर, रीवा, श्योपुर, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, खरगोन, छिंदवाड़ा और दमोह में बारिश और तेज आंधी चली. मौसम विभाग के मुताबिक 13 और 16 मार्च से दो पश्चिमी विक्षोभों के सक्रिय होने की संभावना है. अगले 24 घंटे में प्रदेश के कई जिलों में गरज चमक के साथ हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है. इसके अलावा ओले भी गिर सकते हैं. ऐसे में किसानों को काफी नुकसान हो सकता है.

प्यारे मियां यौन-शोषण मामला: SIT ने DGP को सौंपी रिपोर्ट, बच्ची की मौत की बताई यह वजह

क्यों बदला मध्य प्रदेश का मौसम?
मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो पाकिस्तान और उसके आसपास एक पश्चिम विक्षोभ तैयार हुआ है. उसी के प्रभाव से महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र के ऊपर हवा में चक्रवाती सिस्टम बन गया है. इस मौसमी सिस्टम का असर पश्चिम मध्य प्रदेश पर भी दिख रहा है. यही वजह है कि मध्य प्रदेश में शुक्रवार को तेज हवाओं के बाद जोरदार बारिश हुई और कई जिलों में ओलावृष्टि देखने को मिली. अभी अगले दो दिनों में ग्वालियर, सागर, शहडोल, जबलपुर और रीवा संभाग के इलाकों में तेज बारिश की संभावना है.

WATCH LIVE TV

Trending news