MY अस्पताल दुष्कर्म मामले में एक हफ्ते बाद दर्ज हुई FIR, इस डर की वजह से परेशान थी पीड़िता
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MY अस्पताल दुष्कर्म मामले में एक हफ्ते बाद दर्ज हुई FIR, इस डर की वजह से परेशान थी पीड़िता

इस मामले में पुलिस ने एक हफ्ते बाद मामला दर्ज किया है. पुलिस का कहना है कि आरोपी की तलाश के लिए टीम गठित कर रवाना कर दी गई है.

एमवाय अस्पताल इंदौर

इंदौरः प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमवाय (MY) में 26 जुलाई को डायलिसिस कराने पहुंची महिला के साथ हुए दुष्कर्म के मामले में अब एफआईआर (FIR) दर्ज की गई है. पीड़ित महिला ने सामाजिक संस्थाओं की महिलाओं के साथ संयोगितागंज थाने पहुंचकर रमेश नाम के युवक के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है. बताया जा रहा है कि युवक अस्पताल में वार्ड बॉय की नौकरी करता है. मामला दर्ज होते ही पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर दी है. जबकि अस्पताल प्रशासन भी मामले की जांच की बात कह चुका है. 

यह है पूरा मामला 
दरअसल, घटना 26 जुलाई की है जब पीथमपुर के रहने वाली एक महिला एमवाय अस्पताल में डायलिसिस कराने के लिए पहुंची थी. महिला का आरोप है कि डायलिसिस यूनिट के वार्ड बॉय ने उसे बाथरूम में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया और वहां से फरार हो गया. मामले में पीड़ित की तरफ से संयोगितागंज थाने में सोमवार दोपहर एफआईआर दर्ज कराई गई है. महिला के साथ थाने पहुंची सामाजिक संस्थाओं की कार्यकर्ताओं का कहना है कि पीड़ित महिला को अस्पताल में बंधक बनाकर भी रखा गया था और कोई कार्रवाई ना हो इसलिए उसे पीछे के दरवाजे से उसके घर पहुंचा दिया गया. 

एक हफ्ते बाद दर्ज हुआ मामला 
इस मामले में पुलिस ने एक हफ्ते बाद मामला दर्ज किया है. पुलिस का कहना है कि आरोपी की तलाश के लिए टीम गठित कर रवाना कर दी गई है. वही मामला सामने आने के बाद अस्पताल के अधीक्षक पीएस ठाकुर ने एक जांच कमेठी बना दी है. साथ ही पुलिस से मौखिक शिकायत की है. हालांकि कार्रवाई के लिए पुलिस को लिखित शिकायत की जरूरत है.  पहले अस्पताल के अध्यक्ष ने ये भी कहा था कि इस घटना को बाहरी व्यक्ति ने अंजाम दिया है न कि अस्पताल के व्यक्ति ने. लेकिन अब अस्पताल के वार्ड बॉय के खिलाफ मामला दर्ज होने से कई सवाल खड़े हो रहे हैं. 

बदनामी के डर नहीं कराई थी एफआईआर 
दरअसल, पीड़ित महिला का कहना है कि उसने बदनामी के डर से अब तक मामला पुलिस में दर्ज नहीं कराया था. दबाव और बदनामी के कारण उस समय शिकायत नहीं की थी. लेकिन जब सामाजिक संस्थाओं ने की महिला कार्यकर्ताओं ने उसका हौसला बढ़ाया तो उसने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. इसलिए अब इस मामले में सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग करती है. 

अस्पताल की सुरक्षा पर उठ रहे सवाल 
दरअसल, पहले पीड़ित महिला ने मौखिक शिकायत दर्ज कराई थी. लेकिन अब पुलिस में मामला दर्ज कर लिया गया है. मामला कुछ भी हो लेकिन इस घटना के बाद अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं. बीते दिनों एमवाय अस्पताल से ही एक नवजात बच्चा चोरी हो गया था, वहीं कई बार शवों के चूहों के कुतरने के मामले में भी अस्पताल चर्चा में रहा है. 

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