बाढ़ ने मचाई भारी तबाही, 18 हजार से ज्यादा लोग हुए विस्थापित, इन 2 जिलों में हुआ सबसे ज्यादा नुकसान
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बाढ़ ने मचाई भारी तबाही, 18 हजार से ज्यादा लोग हुए विस्थापित, इन 2 जिलों में हुआ सबसे ज्यादा नुकसान

ग्वालियर-चंबल अंचल में आई भारी बाढ़ के बाद 18 हजार से ज्यादा लोग राहत शिविरों में रह रहे हैं. 

राहत शिविर में भोजन पकाते लोग

भोपालः मध्य प्रदेश के ग्वालियर चंबल अंचल में आई भीषण बाढ़ के बाद राहत एवं बचाव कार्य जारी है. हालांकि बारिश रुकने बाद राहत और बचाव कार्य तेज कर दिया गया है. वही आज सरकार ने बाढ़ के बाद बनाए कैंपों की जानकारी भी दी. सीएम शिवराज ने बताया कि बाढ़ प्रभावित सभी जिलों में राहत कैंप बनाए गए हैं. 

बाढ़ एवं अतिवृष्टि प्रभावितों क्षेत्रों में बनाए गए 117 राहत कैंप 
ग्वालियर-चंबल अंचल में आई बाढ़ के बाद 117 राहत कैंप संचालित किए जा रहे हैं. जिनमें लगभग 18 हजार 073 व्यक्तियों को आश्रय दिया गया है. इन सभी कैंपों में लोगों के हिसाब से सभी सुविधाएं मौजूद है. खाने की व्यवस्था, बिस्तर और डॉक्टर भी मौजूद है. ताकि लोगों को किसी तरह की परेशानियों का सामना ना करना पड़े. 

श्योपुर में बनाए गए सबसे ज्यादा राहत शिविर 
वहीं अगर कैंपों की बात की जाए तो ग्वालियर-चंबल अंचल में सबसे ज्यादा बाढ़ प्रभावित जिला शिवपुरी है. ऐसे में शिवपुरी में 15 कैंप बनाए गए हैं. जिनमें 3185 लोग रुके हुए हैं. ग्वालियर जिले में  13 राहत शिविर बनाए गए हैं. जिनमें लगभग 4185 बाढ़ प्रभावितों को आश्रय दिया गया है. गुना जिले में 1 राहत शिविर बनाया गया है जिसमें लगभग 15 लोग रुके हुए हैं. वही दतिया जिले में 20 राहत शिविरों में 4495 बाढ़ प्रभावितों को आश्रय दिया गया है. मुरैना में  25 राहत शिविर में 2623, श्योपुर जिले में 38 राहत शिविर में लगभग 3050, तो भिंड जिले में 05 राहत शिविर बनाए गए हैं जिसमें लगभग 520 बाढ़ प्रभावितों को आश्रय दिया गया है. इस तरह ग्वालियर-चंबल अंचल के सभी जिलों में राहत शिविर बनाए गए हैं. 

सीएम शिवराज ने आज भी किया बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा 
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया है. मध्य प्रदेश में बाढ़ से हुई तबाही के बाद लोगों के पुनर्वास के लिए ग्यारह विभागों की एक टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा. सीएम शिवराज ने कहा कि पुनर्वास के कामों के लिए और इंफ्रास्ट्रक्चर को फिर से बनाने के लिए एक टास्क फोर्स बना रहा हूं. जिसमें 11 विभाग रहेंगे, सभी के सहयोग से यह कार्य किया जाएगा.

टास्क फोर्स में यह विभाग होंगे शामिल
सीएम शिवराज ने बताया कि जिन विभागों को मिलाकर टास्क फोर्स बनाई जाएगी उनमें शहरी विकास विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, पीडब्ल्यूडी, जल संसाधन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पीएचई, लोक संयंत्राकी, विभाग, ऊर्जा विभाग, राजस्व विभाग, कृषि विभाग, पशुपालन विभाग, इतने प्रमुख विभाग के मंत्रीगण, प्रमुख सचिव और एसीएस की एक कमेटी शामिल होगी. सीएम ने बाढ़ ग्रस्त इलाकों में समय पर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया, इसी बात का सुकून है. साथ ही सीएम ने रेस्क्यू कर रहीं NDRF, SDFR, आर्मी, पुलिस और प्रशासन की टीमों को भी धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि अभी भी बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में जहां रेस्क्यू की जरुरत हैं वह रेस्क्यू किया जा रहा है. 

सीएम शिवराज ने कहा कि राहत शिविरों में लोगों को सभी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है. अब पानी कम होने का इंतजार है. सीएम ने कहा कि पहली नजर में भारी नुकसान दिख रहा है. लेकिन पानी जब पूरी तरह से कम हो जाएगा तब नुकसान का सही आंकलन लगाया जाएगा. 

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