फरवरी में ओलावृष्टि के बाद फसल के खराब होने का डर किसानों को सताने लगा है. उन्हें उम्मीद नहीं थी कि जनवरी में गर्मी शुरू होने के बाद फरवरी में बारिश और ओले गिरेंगे.
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भोपालः मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में साल 2021 का पहला महीना हल्की ठंड और गर्मी का अहसास कराने वाला रहा. लेकिन पिछले कुछ दिनों से मौसम में बदलाव से बादल छाने लगे और कुछ क्षेत्रों में बारिश की बूंदों के साथ ही ओले भी गिरे. मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिन तक मौसम में बारिश और ओलावृष्टि के आसार हैं.
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बंगाल की खाड़ी से आ रही हवाओं ने बढ़ाई नमी
कुछ दिनों पहले ही मौसम विभाग ने चेतावनी दे दी थी कि बंगाल की खाड़ी में हवाओं के परिवर्तन से मौसम में हल्की नमी आएगी. नमी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और झारखंड में बनी हुई है. इसी कारण बुधवार को मध्य प्रदेश के 4 जिलों में बारिश के साथ ही 3 जिलों में ओलावृष्टि भी हुई.
बालाघाट और सिवनी में फसल को नुकसान
मध्य प्रदेश के बालाघाट और सिवनी जिले में ओलावृष्टि से किसानों की फसल को नुकसान पहुंचा. सिवनी के कुशीवाड़ा गांव में टमाटर और मिर्ची के पौधे टूट गए. सिवनी के अलावा विदिशा, छिंदवाड़ा, जबलपुर और रायसेन जिले में बारिश देखने को मिली.
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इन जिलों में आज ओले गिरने की संभावना
मौसम विभाग की ओर से बताया गया कि होशंगाबाद, शहडोल, रीवा के साथ ही छिंडवाड़ा, सतना, दमोह, सिवनी, रायसेन, सागर, सीहोर, भोपाल, गुना, दतिया और भिंड जिले में ओलावृष्टि की संभावना हैं. ये जिले हाई अलर्ट पर रखे गए. बताया गया है कि 18 फरवरी के बाद मौसम में थोड़ी राहत मिलेगी, लेकिन मौसम में पूर्ण राहत 19 फरवरी के बाद ही मिल सकेगी.
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