17 महीनों बाद महाकाल की भस्मारती में शामिल होंगे भक्तः दो दिन के स्लॉट बुक, दर्शन से पहले जानें गाइडलाइन
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17 महीनों बाद महाकाल की भस्मारती में शामिल होंगे भक्तः दो दिन के स्लॉट बुक, दर्शन से पहले जानें गाइडलाइन

मंदिर में प्रवेश के लिए 48 घंटे के अंदर का कोविड निगेटिव सर्टिफिकेट और वैक्सीन सर्टिफिकेट भी दिखाना होगा.

भस्म आरती (फाइल फोटो)

राहुल राठौर/उज्जैन: मध्य प्रदेश के उज्जैन में भगवान शिव के प्रमुख ज्योतिर्लिंगों में से एक बाबा महकाल का ज्योतिर्लिंग स्थापित है. 12 ज्योतिर्लिंगों में से उज्जैन का ज्योतिर्लिंग ही ऐसा एकमात्र स्थान है, जहां दक्षिण मुखी ज्योतिर्लिंग बाबा विराजमान है. कोरोना काल के कारण दर्शन करने में भक्तों को कई तरह की परेशानी आई. लेकिन अब नियमों में छूट के बाद महाकाल मंदिर में भस्मारती के लिए श्रद्धालुओं का प्रवेश शुरू हो गया. एंट्री की बुकिंग शुरू होते ही अगले दो दिन के बुकिंग स्लॉट बुक हो गए. 

ये एंट्री स्लॉट्स हो गए बुक
महाकाल मंदिर में अक्सर सावन माह से दिवाली तक जमकर भीड़ देखने को मिलती है. ऐसे में भक्तों की सुरक्षित एंट्री को देखते हुए बुकिंग के आधार पर ही श्रद्धालुओं को प्रवेश दिए जाते हैं. भस्मारती के लिए शुरू हुई बुकिंग में 100 रुपये प्रति व्यक्ति की 350 सीट ऑनलाइन बुक हो गई.  निशुल्क ऑफलाइन वाली 150 सीट और 200 रुपये में प्रोटोकॉल वाली 500 सीटों की बुकिंग भी पहले ही फुल हो गई. 

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17 महीनों बाद भस्मारती में होंगे भक्त
कोरोना काल में लगे लॉकडाउन के बाद देशभर के सामाजिक संस्थानों समेत महाकाल मंदिर को भी बंद कर दिया गया था. लेकिन अब 11 सितंबर को 17 महीनों के लंबे इंतजार के बाद श्रद्धालुओं की मौजूदगी में भस्मारती होगी. ऐसा लगा जैसे महाकाल भक्त बेसब्री से इस पल का इंतजार कर रहे थे, बुकिंग स्लॉट खुलते ही तुरंत 11 और 12 सितंबर के टिकट बुक हो गए. 

मंदिर प्रबंधन ने 11 सितंबर से अगले एक महीने के लिए प्रवेश प्रक्रिया को शुरू किया है, उसके बाद एक-एक दिन के हिसाब से आगे समय को देखते हुए बुकिंग लिमिट और टाइम बढ़ाया जाएगा. 

महिलाओं का प्रवेश प्रतिबंधित
17 महीनों बाद श्रद्धालुओं के लिए शुरू हुई भस्मारती से पहले 'हरि ऊँ' जल चढ़ाने आने वाली महिलाओं के प्रवेश पर आगामी आदेश तक प्रतिबंध रहेगा. यहां तक कि जिन श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा, उन्हें भी गणेश मंडपम व कार्तिक मंडपम से ही दर्शन करवाए जाएंगे. इस दौरान सभी को कोविड नियमों का पालन करना होगा, वहीं नंदी हॉल व गर्भ गृह में प्रवेश पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा. 

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सुबह 5 से 9 तक निशुल्क बुकिंग 
मंदिर में सामान्य दर्शन करने वाले श्रद्धालु सुबह 5 से रात 9 बजे तक निशुल्क प्री बुकिंग के माध्यम से दर्शन का लाभ ले सकेंगे. बताया गया है कि इसमें करीब 5 हजार श्रद्धालुओं को एक दिन में एंट्री दी जा रही है. मंदिर में अधिक दर्शनार्थी होने पर डायरेक्ट दर्शन व्यवस्था भी शुरू की जा सकती है.  

VIP एंट्री के लिए 250 रुपये की पर्ची कटवाकर बिना लाइन में लगे दर्शन का लाभ लिया जा सकता है. सामान्य दर्शन में VIP प्रोटोकॉल के तहत मंदिर आने वालों को 100 रुपये का शुल्क देना पड़ता है. वहीं मंदिर में प्रवेश के लिए 48 घंटे के अंदर का कोविड निगेटिव सर्टिफिकेट और वैक्सीन सर्टिफिकेट भी दिखाना होगा. 

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