तीन जनवरी तक इंदौर में 155, मंदसौर में 100, आगर-मालवा में 112 और खरगोन में 13 कौवे मृत मिल चुके हैं. यह आंकड़ा बढ़ रहा है. शिवराज सरकार में पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने कहा है कि बर्ड फ्लू के चलते अगर जरूरत पड़ी तो मध्य प्रदेश में मांसाहार पर रोक लगाई जा सकती है.
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भोपालः अभी कोरोना वायरस से उबरने के लिए मध्य प्रदेश प्रयास कर ही रहा है, इस बीच एक नए वायरस की एंट्री हो गई है. राज्य के करीब 10 जिलों में बर्ड फ्लू संक्रमण (Bird Flu) का खतरा बढ़ गया है. करीब 400 कौवों की मौत चुकी है. प्रदेश में पहली बार 29 दिसंबर को बर्ड फ्लू का पता चला था, जब इंदौर के डॉली कॉलेज में मृत मिले कौवों में परीक्षण के बाद वायरस की पुष्टि हुई थी.
जरूरत पड़ी तो मांसाहार पर लग सकती है रोक
तीन जनवरी तक इंदौर में 155, मंदसौर में 100, आगर-मालवा में 112 और खरगोन में 13 कौवे मृत मिल चुके हैं. यह आंकड़ा बढ़ रहा है. शिवराज सरकार में पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने कहा है कि बर्ड फ्लू के चलते अगर जरूरत पड़ी तो मध्य प्रदेश में मांसाहार पर रोक लगाई जा सकती है. उन्होंने कहा कि इस समय मांसाहार से बर्ड फ्लू फैलने का खतरा ज्यादा है, इसको देखते हुए मध्य प्रदेश सरकार पूरी तरह अलर्ट है और सभी एहतियात बरते जा रहे हैं.
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पक्षियों और जानवरों से इंसानों में फैलता है
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी पूरे मुद्दे पर आपात बैठक कर मंथन किया है. इस बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सांरग सहित मुख्य सचिव और स्वास्थ्य विभाग के आला अफसर शामिल हुए. बर्ड फ्लू एवियन इन्फ्लुएंजा (Avian Influenza) नाम के वायरस से फैलता है. इस वायरस का संक्रमण जानवरों और पक्षियों से इंसानों में होता है.
कोरोना से ज्यादा खतरनाक
बर्ड फ्लू इतना घातक होता है कि कुछ ही दिनों में इससे मौत तक हो जाती है. विशेषज्ञों ने इसे कोरोना वायरस से कई गुना ज्यादा खतरनाक वायरस बताया है. कोरोना वायरस की तरह ही बर्ड फ्लू वायरस भी मनुष्य के श्वसन तंत्र को क्षति पहुंचाता है. बर्ड फ्लू या एवियन इंफ्लूएंजा का इंसानों पर क्या असर पड़ता है, इसकी पहचान कैसे करें? इसका लक्षण बता रहे हैं...
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बर्ड फ्लू के लक्षण क्या-क्या हैं?
खांसी, आमतौर पर सूखी खांसी, गले में खराश, बंद नाक या नाक बहना, थकान, सिरदर्द, ठंड लगना, तेज बुखार, जोड़ों में दर्द, मांसपेशियों में दर्द, गले में दर्द, नाक से खून बहना, सीने में दर्द इत्यादि लक्षण दिखते हैं तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं.
बर्ड फ्लू से बचाव के तरीके?
जब तक इस वायरस के कंट्रोल को लेकर राज्य सरकार की ओर से घोषण नहीं की जाती मांसाहार से बचें. अगर खाएं तो बहुत अच्छे से पका लें. समय-समय पर अपने हाथ ठीक से धोते रहें, सैनेटाइज करते रहें. मांस साफ-सुथरी और लाइसेंसी दुकानों से ही खरीदें. पक्षियों के संपर्क में आने से बचें. बर्ड फ्लू का लक्षण दिखने पर बिना देर किए डॉक्टर को दिखाएं.
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