जोगी के निधन से पेंड्रा में शोक की लहर, नम आंखों से लोगों ने दी अंतिम विदाई
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जोगी के निधन से पेंड्रा में शोक की लहर, नम आंखों से लोगों ने दी अंतिम विदाई

छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री रहे अजीत जोगी के निधन से पेंड्रा में शोक की लहर है. आज नम आंखों से लोगों ने उन्हें अंतिम विदाई दी.

फाइल फोटो

दुर्गेश सिंह बिसेन/पेंड्रा: छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री रहे अजीत जोगी के निधन से पेंड्रा में शोक की लहर है. आज नम आंखों से लोगों ने उन्हें अंतिम विदाई दी. शनिवार सुबह रायपुर के सागौन बंगले से निकली अंतिम यात्रा जहां-जहां पहुंची लोगों की आंखें नम होती गईं.

अजीत जोगी का जन्म 29 अप्रैल 1946 को पेंड्रा के सारबहरा में हुआ था. अजीत जोगी ने अपनी शिक्षा दीक्षा पेंड्रा में ही ली थी. इसके बाद भोपाल में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में गोल्ड मेडल लेने के बाद कुछ दिनों तक उन्होंने प्राध्यापक के पद पर भी कार्य किया.

अजीत जोगी आईपीएस के लिए चुने गए, लेकिन उनका मन वहां पर भी नहीं भरा और वे आईएएस की तैयारी करते रहे. 2 साल बाद अजीत जोगी सामान्य कैटेगरी से आईएएस के लिए चुने गए. यहां उन्होंने कीर्तिमान बनाया और लगातार 14 वर्षों तक कलेक्टर रहे. अजीत जोगी का पूरा जीवन प्रेरणादायक है.

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आज अजीत जोगी के ना रहने पर गृह ग्राम के लोग मायूस हैं. उनके अंतिम दर्शन के लिए हजारों की भीड़ उमड़ी थी. लेकिन कोरोना काल की वजह से पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर पेंड्रा गौरेला सीमा क्षेत्र के बाहर ही लोगों को रोक दिया.

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