Committed Suicide: सरकारी मदद की आस में पिता बन गया लाश! आत्महत्या से पहले अपाहिज बेटी से कही ये बात...
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Committed Suicide: सरकारी मदद की आस में पिता बन गया लाश! आत्महत्या से पहले अपाहिज बेटी से कही ये बात...

Madhya Pradesh News: मध्यप्रदेश के सतना जिले में हुई एक घटना ने सरकारी सिस्टम की पोल खोल कर रख दी है. जहां अपनी बीमार बेटी के इलाज में पिता ने पहले अपना घर और दुकान बेचा, जमीन-जायदाद बेची फिर अपने शरीर का खून बेच दिया. जानिए क्या है पूरा मामला?

Madhya Pradesh committed suicide case

Committed Suicide case In MP: मध्यप्रदेश के सतना जिले में एक आत्महत्या का मामला सामने आया है जिससे पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ पड़ी. यह खबर अपने आप ही दुखद थी लेकिन जिस वजह से इस शख्स ने आत्महत्या की, उसे जानकर सरकारी सिस्टम पर लोग आग बबूला हो गए. कोलगवां थाना क्षेत्र के ट्रासंपोर्ट नगर में एक दिल दहला देने वाली घटना दर्ज की गई. जहां 55 साल के प्रमोद गुप्ता ने आत्महत्या कर ली. सिविल लाइन थाना पुलिस के अनुसार मुख्त्यारगंज रेलवे फाटक के पास प्रमोद का शव मिला, जहां प्रमोद ने रेल से कटकर अपनी जान दे दी. डीएसपी हेडक्वॉर्टर ख्याति मिश्रा ने कहा है कि पुलिस ने मामले पर संज्ञान लेकर जांच शुरु कर दी है.

तीन बच्चों के पिता हैं प्रमोद गुप्ता

प्रमोद गुप्ता के तीन बच्चे हैं जिसमें 21 साल की बड़ी बेटी, 18 साल का एक बेटा और 12 साल की छोटी बेटी है. बड़ी बेटी का नाम अनुष्का है जो 5 साल पहले एक खतरनाक एक्सीडेंट में पैरालाइज्ड हो गई थी. अनुष्का के इलाज के लिए पिता प्रमोद गुप्ता ने डॉक्टरों के चक्कर लगाए और इलाज के लिए लाखों रुपये खर्च कर दिए. इलाज के पैसे इकट्ठा करने के लिए उन्होंने अपना घर, जमीन और दुकान सब कुछ बेच दिया लेकिन फिर भी अनुष्का ठीक नहीं हो पाई. एक-एक रुपये के मोहताज और कर्ज के तले दबे प्रमोद गुप्ता ने घर का सिलेंडर भरवाने के लिए अपना खून तक बेच दिया.

'सरकारी मदद मिल जाती तो नहीं जाती जान'

मेधावी अनुष्का को जिले के मौजूदा कलेक्ट्रेट की तरफ से आश्वासन मिला था कि उसे पढ़ाई के लिए हर संभव मदद दी जाएगी लेकिन सरकारी वादे…वादे ही रह गए. पिता प्रमोद गुप्ता ने बीपीएल कार्ड लेकर सरकारी योजनाओं के लिए कई दफ्तरों का चक्कर काटा लेकिन फिर भी उन्हें कोई मदद नहीं मिली. बढ़ते कर्ज से तंग आकर उन्होंने ट्रेन के नीचे कट कर अपनी जान दे दी. मरने से पहले प्रमोद गुप्ता ने घर पर फोन किया और उन्होंने बताया कि वह बढ़ते कर्ज से थक चुके हैं. पिता की मौत पर बेटी अनुष्का ने कहा कि अगर सरकारी तंत्र ने हमारे पिता की सहायता की होती तो आज वह जिंदा होते प्रशासन के इस रवैया से मेरे पिता अब इस दुनिया में नहीं हैं.

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