एनसीपी ने कहा है कि खुफिया विभाग द्वारा निगरानी रखे जाने का पटोले का दावा अधूरी जानकारी पर आधारित है. नवाब मलिक ने कहा, 'अगर पटोले इस प्रक्रिया से अनजान हैं, तो उन्हें कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्रियों अशोक चव्हाण, सुशील कुमार शिंदे, पृथ्वीराज चव्हाण से सलाह लेनी चाहिए.'
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मुंबई: कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले (Nana Patole) ने कहा है कि राज्य सरकार उनकी आवाजाही पर नजर रख रही है. पटोले ने कहा उनकी पार्टी के बढ़ते प्रभाव के कारण महा विकास आघाड़ी (MVA) में सहयोगी दलों शिवसेना (Shiv Sena) और एनसीपी (NCP) के पैरों तले से जमीन खिसक रही है.
निगरानी रखे जाने के नाना पटोले (Nana Patole) के बयान पर NCP ने सोमवार को कहा कि पटोले का दावा अधूरी जानकारी पर आधारित है जबकि शिवसेना ने कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन में सबकुछ ठीक है. राज्य का गृह मंत्रालय NCP के कोटे में आता है. पटोले ने मुंबई से लगभग 125 किलोमीटर दूर एक हिल स्टेशन लोनावला में पार्टी कार्यकर्ताओं की एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस महाराष्ट्र में खुद को फिर से मजबूत कर रही है और इससे शिवसेना और एनसीपी में बेचैनी है. पटोले ने अपने भाषण में शिवसेना और एनसीपी का नाम लिये बिना उनका जिक्र किया.
कांग्रेस, शिवेसना, एनसीपी तीन दलों के गठबंधन एमवीए की सरकार का हिस्सा हैं. उन्होंने कहा, 'हर सुबह 9 बजे, राज्य में क्या हो रहा है, इस पर मुख्यमंत्री और गृह मंत्री को खुफिया रिपोर्ट सौंपी जाती है. कांग्रेस खुद को मजबूत कर रही है और ये रिपोर्ट उनके पैरों के नीचे की जमीन खिसका रही है. मैं यहां लोनावला में हूं और यह जानकारी उनके पास जाएगी.' इस बीच, पटोले ने बाद में कहा कि उनकी आवाजाही पर नजर रखने के उनके बयान का गलत अर्थ निकाला गया है. उन्होंने कहा, 'मैंने कोई टिप्पणी नहीं की है कि राज्य सरकार मुझ पर नजर रख रही है. मेरे आरोप केंद्र के खिलाफ थे. मैं मुंबई लौटने पर स्पष्टीकरण दूंगा.'
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इस बीच, एनसीपी ने कहा कि खुफिया विभाग द्वारा निगरानी रखे जाने का पटोले का दावा अधूरी जानकारी पर आधारित है.एनसीपी के प्रवक्ता और राज्य के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि महत्वपूर्ण नेताओं की आवाजाही, मुलाकातों और राजनीतिक कार्यक्रमों पर नजर रखने के लिये पुलिस के पास विशेष विभाग होता है. उन्होंने कहा कि यह लंबे समय से चली आ रही प्रथा है चाहे कोई भी पार्टी या गठबंधन सत्ता में हो. उन्होंने कहा कि जानकारी एकत्र कर एक व्यापक रिपोर्ट गृह विभाग और मुख्यमंत्री को सौंपी जाती है. मलिक ने कहा, 'अगर पटोले इस प्रक्रिया से अनजान हैं, तो उन्हें कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्रियों अशोक चव्हाण, सुशील कुमार शिंदे, पृथ्वीराज चव्हाण से सलाह लेनी चाहिए.'
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