Maharashtra Elections 2024: महाराष्ट्र में महायुति और महा विकास अघाड़ी में कांटे का मुकाबला दिख रहा है. इस बीच महाविकास अघाड़ी को लेकर ये बड़ी जानकारी आई है.
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MVA rift News: महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों की लड़ाई लगातार दिलचस्प हो रही है. यहां महायुति और महा विकास अघाड़ी में कांटे का मुकाबला बताया जा रहा है. इस बीच महायुति के मुख्यमंत्री पद उम्मीदवार एकनाथ शिंदे ने शक्ति प्रदर्शन के बीच कोपरी-पचपाखड़ी विधानसभा क्षेत्र से नामांकन दाखिल कर दिया. शिवसेना के कई नेता इस मौके पर मौजूद रहे. नामांकन के बाद उन्होंने कहा, 'विधान सभा चुनावों में जनता अब 'महाविकास अघाड़ी' के झूठ और बहकावे में जनता नहीं आएगी. इससे इतर NCP यानी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) प्रमुख शरद पवार ने नामांकन दाखिल करने की समयसीमा से एक दिन पहले बड़ा बयान दिया है.
सीनियर पवार ने कहा, 'महा विकास आघाडी (MVA) के बीच राज्य की कुल 288 सीटों में से 90 से 95 फीसदी सीटों पर आम सहमति बन गयी है. पवार ने पत्रकारों से बातचीत में बीजेपी (BJP) पर करारा हमला करते हुए कहा कि उनकी लड़ाई प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक दलों में फूट डलवाने वाले और अपनी विचारधारा से समझौता करने वाले लोगों के खिलाफ है.
महायुति पर हमला
उन्होंने दावा किया कि सत्ता में बैठे लोगों ने जनता की समस्याएं हल नहीं की. महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 20 नवंबर को होगा और मतगणना 23 नवंबर को होगी. नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 29 अक्टूबर है. एमवीए में राकांपा (एसपी), कांग्रेस और उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) शामिल हैं.
शिवसेना जून 2022 में दो धड़ों में विभाजित हो गयी थी जिससे ठाकरे नीत एमवीए सरकार गिर गयी थी जबकि शरद पवार द्वारा स्थापित राकांपा में उस समय फूट पड़ गयी थी जब उनके भतीजे अजित पवार जुलाई 2023 में सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल हो गए थे.
शरद पवार ने कहा, ‘जो लोग सत्ता में हैं उन्होंने जनता की समस्याओं का समाधान नहीं किया. हम उन लोगों के खिलाफ लड़ रहे हैं जिन्होंने राजनीतिक दलों में फूट डाली, अपनी विचारधारा के साथ अनावश्यक समझौता किया और ऐसे काम किये जो उन्हें नहीं करने चाहिए थे.’
सरकार की लाडकी बहिन योजना जैसी कल्याणकारी योजनाओं के कारण चुनावों में विपक्ष के समक्ष संभावित चुनौतियों के बारे में पूछे जाने पर शरद पवार ने कहा कि जो लोग इतने लंबे समय से सत्ता में हैं उन्होंने ऐसी कोई योजना नहीं बनायी.
पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया कि इस साल की शुरुआत में लोकसभा चुनावों में सत्तारूढ़ महायुति को मिले बड़े झटके के बाद ही लाडकी बहिन योजना शुरू की गयी. लोकसभा चुनाव में एमवीए ने राज्य में कुल 48 में से 31 सीटें जीती थी.
क्या इस सीट की वजह से टूट जाएगी 'अघाड़ी'?
इस बीच शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने सोलापुर दक्षिण सीट पर उम्मीदवार उतारने को लेकर कांग्रेस को चेतावनी दी है. शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे (UBT) के नेता संजय राउत ने सोमवार को कांग्रेस को सोलापुर दक्षिण विधानसभा सीट पर उम्मीदवार उतारने को लेकर चेतावनी देते हुए कहा, शिवसेना यूबीटी ने पहले ही इस सीट पर अपना उम्मीदवार उतारने की घोषणा कर दी है.
राउत ने कहा, 'कांग्रेस की तरफ से इस तरह की हरकतों के कारण उनकी पार्टी भी इस तरह की चीजें कर सकती है, जिसकी वजह से महाविकास अघाड़ी (MVA) के लिए ‘समस्याएं’ पैदा हो सकती हैं. कांग्रेस ने अपनी नयी सूची में सोलापुर दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र से उम्मीदवार (दिलीप माने) की घोषणा की है. ऐसा तब हुआ जब हमने पहले ही उसी सीट पर अपने उम्मीदवार (अमर पाटिल) को मैदान में उतार दिया है. मैं इसे कांग्रेस की ‘टाइपिंग’ की गलती मानता हूं. ऐसी गलती हमारी तरफ से भी हो सकती है.'
राउत ने कहा, 'मैंने सुना है कि स्थानीय कांग्रेस नेता मिराज विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए उत्सुक हैं, जो हमारे तय सीट-बंटवारे का हिस्सा है. अगर यह चीज (सहयोगी दलों के खिलाफ उम्मीदवार उतारने का) पूरे राज्य में फैल गयी तो यह गठबंधन के लिए समस्याएं पैदा करेगा.'
(इनपुट: भाषा)