Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में शिवसेना (Shiv Sena) से बगावत कर बीजेपी के साथ गठबंधन सरकार बना चुका शिंदे गुट अब भी उद्धव ठाकरे के साथ नाता जोड़ सकता है. शिंदे गुट ने गुरुवार को वह शर्त बता दी, जिसके पूरा होने पर वह ऐसा कर सकता है.
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Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में शिवसेना (Shiv Sena) से बगावत कर शिंदे गुट बीजेपी के साथ गठबंधन कर अपनी सरकार बना चुका है. वहीं उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) गुट उन्हें पदों से इस्तीफा देकर दोबारा जनता के सामने जाने की चुनौती दे रहा है. इसी बीच शिंदे (Eknath Shinde) गुट ने उद्धव ठाकरे गुट से दोबारा रिश्ता जोड़ने के अहम शर्त सामने रखी है. शिंदे गुट ने कहा कि अगर उद्धव ठाकरे कोई समझौता चाहते हैं तो उन्हें न केवल उनसे बल्कि बीजेपी नेतृत्व से भी बात करनी होगी.
शिंदे गुट ने सुलह के लिए उद्धव के सामने रखी शर्त
शिवसेना (Shiv Sena) के बागी खेमे के प्रवक्ता दीपक केसरकर ने गुरुवार को कहा कि महाराष्ट्र में शिवसेना के बागी विधायक अब बीजेपी के साथ गठबंधन कर चुके हैं. ऐसे में अगर उद्धव ठाकरे सुलह की कोई संभावना ढूंढते हैं तो उन्हें बागी विधायकों के साथ ही बीजेपी से भी बात करनी चाहिए. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘हम और बीजेपी अब साथ आ चुके हैं. इसलिए अब एक नया राजनीतिक परिवार है. यदि हमें पुराने परिवार में जाना होगा तो ये फैसला हम अकेले नहीं ले सकते. अब बीजेपी भी हमारे साथ है. जब भी वे (ठाकरे) हमें बुलाते हैं तो उन्हें बीजेपी से भी बात करनी होगी.’
संजय राउत को बताया टूट का जिम्मेदार
केसरकर ने शिवसेना (Shiv Sena) सांसद संजय राउत पर भी निशाना साधा. राउत का नाम लिए बगैर केसरकर ने उन पर निशाना साधा और कहा कि ठाकरे (Uddhav Thackeray) को पार्टी में विद्रोह के लिए जिम्मेदार लोगों को थोड़ा अलग रखना चाहिए. केसरकर ने कहा कि ऐसे लोगों के बड़बोलेपन की वजह से आज ये हालत हुई है कि एक-एक करके सारे विधायक पार्टी को छोड़कर चले गए. अगर समय रहते ऐसे लोगों पर अंकुश लगाया जाता तो पार्टी की ऐसी हालत नहीं होती.
एकनाथ शिंदे बन चुके हैं महाराष्ट्र के नए सीएम
बताते चलें कि शिवसेना (Shiv Sena) के महाराष्ट्र असेंबली में 55 विधायक हैं. इनमें से 40 विधायक एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के नेतृत्व में पार्टी से बगावत करके अलग गुट बना चुके हैं. बीजेपी के साथ गठबंधन के बाद एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के नए सीएम बने हैं और देवेंद्र फड़णवीस डिप्टी सीएम की भूमिका में हैं. वहीं उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) गुट अब तक पार्टी टूटने और सरकार जाने के सदमे से उबर नहीं पाया है. पार्टी नेता संजय राउत ने कहा कि इन लोगों ने पार्टी को धोखा दिया है और वक्त आने पर इन्हें इसका खामियाजा भुगतना होगा.
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