Mahasamund: छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले से एक अनोखा मामला सामने आया है. यहां जिला पंचायत के अध्यक्ष के कमरे में उनके और सदस्यों के बैठने के लिए खरीदी गई कुर्सी गायब हो गई. जब इसकी सूचना सबको मिली तो हर कोई हैरान रह गया. आइए जानते हैं पूरा मामला.
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Zila Panchayat adhyaksh: जिला पंचायत अध्यक्ष के कमरे से कुर्सी गायब होने के मामला सामने आया है. कमरे से कुर्सी कैसे हुई, कुर्सी कौन ले गया कहां लेकर गया किसी को भी इसकी कुछ खबर नहीं. अब इस मामले में एक खुलासा हुआ है. जिसको सुनकर सब हैरान हैं.
मामले में क्या खुलासा?
जिला पंचायत कार्यालय में मंगलवार की सुबह एक अनोखा मामला देखने को मिला जब एक दुकानदार ने कुर्सियों का भुगतान न होने के चलते अध्यक्ष और सदस्यों के बैठने के लिए खरीदी गई कुर्सियां उठा ले गया.. दुकानदार ढाई साल से भुगतान का इंतजार कर रहा था, लेकिन जब कोई समाधान नहीं मिला, तो वह कार्यालय पहुंचा और सभी कुर्सियों को वापस ले गया.
कौन हैं असली जिम्मेदार?
कुर्सी उठा ले जाने के बाद जनपद अध्यक्ष यतेन्द्र साहू अपने कक्ष में बिना कुर्सी के फर्श पर दिनभर काम करते देखे गए. वहीं जनपद सदस्य भी इधर-उधर मंडराते देखे गए. इस मामले में जनपद अध्यक्ष यतेंद्र साहू ने बताया कि कार्यकाल के दौरान जितने भी सीइओ यहां आए, सभी से भुगतान करने को कहा, किन्तु भुगतान नहीं हुआ. वहीं इस बारे में जनपद सदस्य दिग्विजय साहू ने बताया कि लापरवाही जनपद पंचायत के सीइओ और लिपिक की है.
सालों से नहीं हो रहा था भुगतान
दरअसल ढाई साल पहले जनपद अध्यक्ष कार्यालय के लिए एक दुकान से अध्यक्ष कुर्सी समेत जनपद सदस्यों के लिए कुर्सी खरीदी गई थी, लेकिन उसका भुगतान नहीं हुआ. दुकानदार ने बार-बार भुगतान को लेकर अपनी बात कही, लेकिन कुर्सी का पैसा नहीं मिला. जिसके बाद दुकानदार अपनी बेची गई कुर्सी लेकर चला गया. इसके बाद से कार्यालय पूरी तरह से खाली हो गया और जनपद अध्यक्ष जमीन पर बैठकर कार्य का संचालन कर रहे हैं. बता दें कि पूर्व अध्यक्ष भागीरथी चंद्राकर के कोरोना काल में निधन के बाद से यतेंद्र साहू जनपद अध्यक्ष हैं.
यूपी में दुकान में घुसा बेकाबू ट्रक, एक व्यक्ति की मौत, दो जख्मी
उधर उत्तर प्रदेश में कौशांबी जिले के संदीपन घाट क्षेत्र में बुधवार को एक अनियंत्रित ट्रक सड़क किनारे नाई की दुकान में जा घुसा. दुकान में हजामत करवा रहे एक व्यक्ति की ट्रक की चपेट में आने से मौत हो गई तथा दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए. इस घटना से नाराज ग्रामीणों ने प्रयागराज-कानपुर मार्ग पर रास्ता जाम कर दिया.