मणिपुर चुनाव चरण 2 : 17% उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले
Advertisement
trendingNow11108598

मणिपुर चुनाव चरण 2 : 17% उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले

चुनावी मौसम (Election Season) में एक बड़ा खुलासा आपको हैरान कर देगा. बता दें कि मणिपुर चुनाव (Manipur Election) के दूसरे चरण (Phase 2) में 17% उम्मीदवारों (Candidates) पर आपराधिक मामले (Criminal Cases) दर्ज हैं.

मणिपुर चुनाव चरण 2 : 17% उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले

इंफाल: मणिपुर विधान सभा चुनाव (Manipur Legislative Assembly Elections) के दूसरे चरण (Phase 2) के 92 उम्मीदवारों (Candidates) में से करीब 57% 'करोड़पति' (Millionaire) हैं, 16 उम्मीदवारों (17%) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले (Criminal Cases) घोषित किए हैं जबकि 14 उम्मीदवारों (15%) के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले हैं. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की एक रिपोर्ट में शुक्रवार को इसकी जानकारी दी गई है.

  1. चुनावों में धनबल का प्रभाव
  2. 17% उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले
  3. उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले भी दर्ज

एडीआर की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा

एडीआर की एक पूर्व रिपोर्ट के अनुसार मणिपुर चुनाव के पहले चरण (First Phase) में चुनाव लड़ने वाले 173 उम्मीदवारों में से 21% से अधिक के खिलाफ आपराधिक मामले हैं और 16% के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले (Serious Criminal Cases) हैं जबकि 53% 'करोड़पति' हैं. एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार इसमें 92 उम्मीदवारों के स्वयं शपथ पत्र (Affidavit) का विश्लेषण किया गया है, दूसरे चरण के चुनाव में लड़ने वाले प्रति उम्मीदवार की औसत संपत्ति 2.61 करोड़ रुपये है.

ये भी पढें: यूक्रेन में फंसे बच्चों के माता-पिता का बुरा हाल, रुक नहीं रहे आंसू

कई उम्मीदवार हैं करोड़पति

52 'करोड़पति' (57%) उम्मीदवारों में से 10 उम्मीदवारों (11%) के पास 5 करोड़ रुपये और उससे अधिक की संपत्ति है. एडीआर (ADR) की रिपोर्ट में कहा गया है कि हमारे चुनावों में धनबल (Money Power) की भूमिका इस बात से स्पष्ट होती है कि सभी प्रमुख राजनीतिक दल धनी उम्मीदवारों को टिकट (Ticket) देते हैं. इसमें कहा गया है कि प्रमुख दलों में जनता दल (यूनाइटेड) के 10 उम्मीदवारों में से चार (40%), कांग्रेस (Congress) के 18 उम्मीदवारों में से चार (22%), नेशनल पीपुल्स पार्टी के 11 उम्मीदवारों में से 2 (18%) और भाजपा (BJP) के 22 उम्मीदवारों में से दो (9%) ने अपने हलफनामों (Affidavits) में अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं.

क्या कहता है शैक्षणिक योग्यता का आंकड़ा?

एडीआर विश्लेषण (ADR Analysis) के अनुसार जद (यूनाइटेड) के 10 उम्मीदवारों में से चार (40%), 18 कांग्रेस उम्मीदवारों में से चार (22%), एनपीपी (NPP) के 11 उम्मीदवारों में से एक (9%) और बीजेपी के 22 उम्मीदवारों में से एक (5%) ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं. तीन उम्मीदवारों पर महिलाओं के खिलाफ अपराध (Crime Against Women) से संबंधित मामले हैं और उनमें से एक को बलात्कार (Rape) से संबंधित मामला (आईपीसी धारा-376) घोषित किया गया है. एडीआर की रिपोर्ट में कहा गया है कि 19 उम्मीदवारों ने (21%) अपनी शैक्षणिक योग्यता (Educational Qualifications) 8वीं और 12वीं कक्षा के बीच घोषित की है जबकि 72 उम्मीदवारों ने (78%) स्नातक (Graduate) या उससे ऊपर की शैक्षणिक योग्यता घोषित की है. बता दें कि एक उम्मीदवार डिप्लोमा धारक भी है.

ये भी पढें: बिहार बीजेपी अध्यक्ष ने दी अपने विधायक को नसीहत, कहा-जनभावनाओं को न करें आहत

10 मार्च को होगी मतों की गिनती

कुल मिलाकर नौ (10%) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 25 से 40 वर्ष के बीच घोषित की है जबकि 66 (72%) उम्मीदवारों (Candidates) ने अपनी आयु 41 से 60 वर्ष के बीच घोषित की है और 17 (18%) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 61 से 80 वर्ष के बीच घोषित की है. बता दें कि 60 सीटों वाली मणिपुर विधान सभा (Manipur Legislative Assembly) के लिए दो चरणों में 28 फरवरी और 5 मार्च को मतदान (Voting) होगा और मतों की गिनती 10 मार्च को होगी.

(इनपुट - आईएएनएस)

LIVE TV

Trending news