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नई दिल्ली: कोरोना (Coronavirus) संकट के बढ़ते खतरे के बीच कल यानी एक मई से शुरू होने वाले टीकाकरण अभियान पर ग्रहण लगता दिखाई दे रहा है. क्योंकि कई राज्यों ने वैक्सीन (Vaccine) की कमी का हवाला देते हुए हाथ खड़े कर दिए हैं. इसमें दिल्ली, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, पंजाब, ओडिशा, जम्मू कश्मीर और बिहार सहित कुछ दूसरे राज्य भी शामिल हैं. बता दें कि केंद्र सरकार ने 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए एक मई से वैक्सीनेशन शुरू करने की घोषणा की थी, मगर अब लगता नहीं कि इस पर पूरे देश में एक साथ अमल हो पाएगा.
एक मई से शुरू होने वाले वैक्सीनेशन के लिए बंपर रजिस्ट्रेशन हुए हैं, लेकिन जिस तरह से राज्य वैक्सीन में कमी की बात कर रहे हैं उसे देखकर कहना मुश्किल है कि 18+ वालों को फिलहाल टीका लग पाएगा. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने गुरुवार को कहा कि भारत बायोटेक और सीरम इंस्टीट्यूट से पता चला है कि हमें वैक्सीन डोज उपलब्ध नहीं हो पाएंगी, जिसके चलते 1 मई से 18 साल से ज्यादा आयु के लोगों का टीकाकरण अभियान शुरू नहीं किया जा सकेगा. हालांकि शिवराज सिंह ने 3 मई के बाद वैक्सीनेशन कार्यक्रम शुरू करने का दावा किया है और राज्य के लोगों के लिए फ्री वैक्सीन उपलब्ध कराने की बात कही है.
बिहार में भी एक मई से वैक्सीनेशन शुरू नहीं हो सकेगा. राज्य सरकार ने वैक्सीन की किल्लत की वजह से कार्यक्रम को रोकने का फैसला किया है. इसी तरह, झारखंड ने भी वैक्सीन की कमी का हवाला देते हुए टीकाकरण से हाथ खड़े कर लिये हैं. उधर, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी (Vijay Rupani) का कहना है कि 1 मई से वैक्सीन शुरू करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अब तक वैक्सीन का पूरा स्टॉक नहीं आया है. वैक्सीन उपलब्ध होने के बाद 15 मई तक पूरी तरह से वैक्सीनेशन शुरू हो जाएगा
दिल्ली सरकार ने भी वैक्सीन की कमी की समस्या बताई है. मुख्यमंत्री केजरीवाल ने अधिकारियों के साथ बैठक भी की है और तीन महीने में दिल्ली के लोगों को वैक्सीनेट करने को लेकर प्लान भी बनाया है. हालांकि, यहां एक मई से 18+ वालों को टीका लगाया जाएगा या नहीं इसे लेकर स्थिति अभी स्पष्ट नहीं है. मगर जिस तरह से मुख्यमंत्री ने वैक्सीन की कमी की बात कही है, उससे यही लगता है कि राजधानी के युवाओं को टीके के लिए इंतजार करना होगा.
महाराष्ट्र ने भी साफ कर दिया है राज्य में पर्याप्त कोरोना वैक्सीन नहीं हैं, इसलिए एक मई से चौथा चरण शुरू नहीं हो पाएगा. टीकों की कमी की वजह से BMC को अपना जंबो वैक्सीन सेंटर भी बंद करना पड़ा है. स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि राज्य के पास वैक्सीन का पर्याप्त स्टॉक नहीं है, ऐसे में टीकाकरण शुरू नहीं किया जा सकता. टोपे ने कहा कि टीकाकरण अभियान शुरू करने के लिए कम से कम पांच दिन का पर्याप्त स्टॉक होना चाहिए. हमें 20 से 30 लाख डोज की जरूरत है, तब जाकर 18 से 44 साल के लोगों का वैक्सीनेशन शुरू हो सकता है.
राज्यों के पास एक करोड़ से ज्यादा खुराक
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास COVID-19 टीके की एक करोड़ से अधिक खुराक उपलब्ध है और उन्हें अगले तीन दिनों में 20 लाख खुराक और मिलेंगी. मंत्रालय ने महाराष्ट्र के सवाल पर स्पष्ट किया कि राज्य के पास टीकाकरण के लिए पात्र व्यक्तियों को लगाने के लिए अब भी 7,49,960 खुराक उपलब्ध है. इसके अलावा, महाराष्ट्र को 29 अप्रैल को टीके की 1,63,62,470 खुराक और मिलीं हैं.