Margaret Alva: उपराष्ट्रपति कैंडिडेट का दावा, 'BJP के मित्रों से बात के बाद मेरे फोन कॉल डायवर्ट'
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Margaret Alva: उपराष्ट्रपति कैंडिडेट का दावा, 'BJP के मित्रों से बात के बाद मेरे फोन कॉल डायवर्ट'

Margaret Alva Calls Diverted: मार्गरेट अल्वा ने दावा किया कि ना तो वो किसी को कॉल कर पा रही हैं और ना ही किसी की कॉल रिसीव कर पा रही हैं. बीजेपी के कुछ मित्रों से बात करने के बाद ऐसा हुआ है.

उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की संयुक्त उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा

Margaret Alva Claims All Calls To Her Mobile Diverted: उपराष्ट्रपति चुनाव 2022 (Vice President Election 2022) में विपक्ष की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा (Margaret Alva) ने बड़ा आरोप लगाया है. मार्गरेट अल्वा ने दावा किया है कि उनके सारे फोन कॉल्स डायवर्ट हो गए हैं और वो अब कॉल्स रिसीव और कर नहीं कर पा रही हैं. मार्गरेट अल्वा के दावे के मुताबिक, उन्होंने बीजेपी (BJP) के कुछ मित्रों से बात की थी जिसके बाद ऐसा हो गया. बता दें कि विपक्ष ने उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए (NDA) के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) को चुनौती देने के लिए मार्गरेट अल्वा को चुनावी मैदान में उतारा है.

विपक्ष की उम्मीदवार का आरोप

विपक्ष की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा ने ट्वीट किया, 'आज बीजेपी में कुछ मित्रों से बात करने के बाद, मेरे मोबाइल पर आने वाली सभी कॉल्स डायवर्ट की जा रही हैं और मैं कॉल करने या रिसीव करने में असमर्थ हूं. अगर आप फोन को रिस्टोर करते हैं. मैं वादा करता हूं कि आज रात बीजेपी, टीएमसी या बीजेडी के किसी भी सांसद को कॉल नहीं करूंगी.'

24 घंटे के लिए ब्लॉक रहेगा सिम कार्ड

मार्गरेट अल्वा ने ट्विटर पर सरकारी दूरसंचार कंपनी महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (MTNL) से कहा कि उनके एमटीएनएल के केवाईसी को निलंबित कर दिया गया है और उनका सिम कार्ड 24 घंटे के लिए ब्लॉक रहेगा. उन्होंने ये भी पूछा कि क्या आपको मेरे केवाईसी की अब जरूरत है.

मार्गरेट अल्वा ने वोटों के गणित पर क्या कहा?

गौरतलब है कि हाल ही में उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की संयुक्त उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा ने विपक्षी दलों में लगातार बढ़ रहे मतभेद और संख्या बल उनके पक्ष में नहीं होने पर कहा कि वह चुनावी नतीजों को लेकर बिल्कुल भी परेशान नहीं हैं, क्योंकि वोटों का गणित कभी भी बदल सकता है. मार्गरेट अल्वा ने कहा कि हम यह कहकर पीछे नहीं हट सकते कि हमारे पास पर्याप्त संख्या बल नहीं है, इसलिए हम चुनाव नहीं लड़ेंगे.

जान लें कि विपक्षी दलों में टीएमसी ने उपराष्ट्रपति चुनाव से दूर रहने का दावा किया है. टीएमसी ने कहा है कि वो एनडीए या फिर विपक्ष किसी उम्मीदवार को वोट नहीं देगी.

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