UP: जेल में बंद मुख्तार अंसारी को अचानक ले जाना पड़ा अस्पताल, सामने आई ये वजह
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UP: जेल में बंद मुख्तार अंसारी को अचानक ले जाना पड़ा अस्पताल, सामने आई ये वजह

मुख्तार अंसारी को जेल से मेडिकल कॉलेज तक जिस रूट से ले जाना था, वहां पर जगह-जगह पर पुलिस फोर्स की तैनाती थी. जैसे ही मुख्तार अंसारी की एंबुलेंस जेल से बाहर निकली वैसे ही सभी रूटों पर ट्रैफिक को रोक दिया गया.

करीब दो घंटे अस्पताल में रहा मुख्तार अंसारी

बांदा: उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद बाहुबली मुख्तार अंसारी को मंगलवार की दोपहर अचानक जेल से राजकीय मेडिकल कॉलेज ले जाया गया. भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मुख्तार अंसारी को अस्पताल ले जाना पड़ा, जहां वह करीब 2 घंटे तक रहा. इसके बाद फिर से मुख्तार को जेल शिफ्ट कर दिया गया. 

  1. जेल से अस्पताल लाया गया अंसारी
  2. दो घंटे तक मेडिकल कॉलेज में रहा
  3. मुख्तार को दांत में दर्द की शिकायत

मुख्तार अंसारी को राजकीय मेडिकल कॉलेज में क्यों ले जाया गया यह अभी तक साफ नहीं हो सका है. हालांकि इस पूरे मामले को लेकर ना तो जेल प्रशासन की ओर से कोई कुछ बोलने को तैयार है और ना ही जिला प्रशासन इस पर अपनी चुप्पी तोड़ रहा है. लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मुख्तार अंसारी के दांत में दर्द होने की शिकायत पर उसे मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था.

चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा

मुख्तार अंसारी को जेल से मेडिकल कॉलेज तक जिस रूट से ले जाना था, वहां पर जगह-जगह पर पुलिस फोर्स की तैनाती थी. जैसे ही मुख्तार अंसारी की एंबुलेंस जेल से बाहर निकली वैसे ही सभी रूटों पर ट्रैफिक को रोक दिया गया और पुख्ता सुरक्षा के बीच मुख्तार अंसारी को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया.

इस दौरान मुख्तार को ऐसी सुरक्षा दी गई थी जैसी उसे पंजाब की रोपड़ जेल से बांदा जेल में शिफ्टिंग के दौरान की गई थी. पीएससी, वज्र वाहन समेत पुलिस की दर्जनों गाड़ियों के बीच मुख्तार अंसारी की एम्बुलेंस को जेल से मेडिकल कॉलेज तक लाया गया था.

तबियत बिगड़ने पर अटकलें तेज

मुख्तार अंसारी की तबियत को लेकर कई तरह की अटकलें भी लगाई जा रही हैं. चर्चा यह है कि मुख्तार अंसारी के स्वास्थ्य को लेकर एक स्पेशल टीम उसका रुटीन चेकअप करती रहती है. ऐसे में अचानक मुख्तार को बांदा जेल से मेडिकल कॉलेज में 2 घंटे के लिए क्यों भर्ती कराया गया. फिर वापस उसे बांदा जेल में क्यों शिफ्ट कर दिया गया.

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चर्चा है कि अगर मुख्तार अंसारी का स्वास्थ्य ज्यादा खराब था तो उसे मेडिकल कॉलेज में ही भर्ती रखना चाहिए था और अगर मुख्तार अंसारी को मामूली तौर पर स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत थी तो फिर उसे मेडिकल कॉलेज लाने की क्या जरूरत पड़ गई. फिलहाल इस पूरे मामले को लेकर कोई भी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.

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