एयरपोर्ट: लंबी कतारों से मिलेगा छुटकारा, होटल से मिलेगा बोर्डिंग पास & बैगेज टैग
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एयरपोर्ट: लंबी कतारों से मिलेगा छुटकारा, होटल से मिलेगा बोर्डिंग पास & बैगेज टैग

ऑटोमेटेड चेक-इन सिस्‍टम उपलब्‍ध कराने वाला देश का पहला एयरपोर्ट बना CSIA. टर्मिनल-1से ऑपरेट होने वाली सभी एयरलाइंस को SBD से किया गया इक्‍यूप्‍ड.

मुंबई एयरपोर्ट द्वारा शुरू की यह गई सुविधा ई-बोर्डिंग पास से एक कदम आगे की बात है. (फाइल फोटो)

नई दिल्‍ली: एयरपोर्ट पर बैगेज चेक-इन और बोर्डिंग पास हासिल करने के लिए आपको लंबी कतारों में खड़े होने के लिए मजबूर नहीं होना पड़ेगा. अब आप अपने होटल से ही अपनी फ्लाइट का बोर्डिंग पास और बैगेज टैग हासिल कर सकते हैं. जी हां, मुंबई के छत्रपति शिवाजी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से सफर करने वाले मुसाफिरों के लिए यह सुविधा खासतौर पर उपलब्‍ध कराई गई है. एयरपोर्ट ने इस सुविधा की शुरुआत फिलहाल मुंबई के प्रमुख होटलों से की है. मुसाफिरों की प्रतिक्रिया के आधार पर जल्‍द ही इस योजना का विस्‍तार मुंबई के अन्‍य होटलों में भी किया जाएगा.

  1. होटल से फ्लाइट का बोर्डिंग पास और बैगेज टैग कर सकेंगे हासिल
  2. आपको लंबबी कतारों में खड़े होने के लिए मजबूर नहीं होना पड़ेगा
  3. मौजूदा संसाधनों में नए यात्रियों के लिए भी टर्मिनल में बनेगी जगह

मुंबई के किन होटलों में मिलेगी यह सुविधा : मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (MIAL) के वरिष्‍ठ अधिकारी के अनुसार, योजना के तहत चेक-इन और बैगेज टैग की सुविधा मुंबई के छह होटल में उपलब्‍ध कराई गई है. जिसमें सहारा स्‍टार, हयात रिजेंसी, ताज सैंटाक्रूज, आईटीसी मराठा, हिल्‍टन मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट और द ललित का नाम शामिल है. उन्‍होंने बताया कि इन होटल में एक्‍सेस रखने वाले सभी मुसाफिर इस सुविधाओं का लाभ ले सकते हैं. इस नई सुविधा के शुरू होने से मुसाफिरों का न केवल कीमती समय बचेगा बल्कि एयरपोर्ट पर अपना बोर्डिंग पास लेने और बैगेज चेक-इन कराने के लिए उन्‍हें लंबी कतारों में खड़ा होने के लिए मजबूर भी नहीं होना पड़ेगा.

किस तरह करना होगा सुविधा का इस्‍तेमाल : मुंबई एयरपोर्ट के वरिष्‍ठ अधिकारी के अनुसार इस सुविधा के लिए मुंबई में चिंहित किए गए सभी छह होटल्‍स में लॉबी में बोर्डिंग पास और बैगेज टैग निकालने के लिए कॉमन यूज सेल्‍फ सर्विस (CUSS) कियोस्‍क लगा दिए गए हैं. इन कियोस्‍क में मुसाफिरों को सिर्फ अपने ई-टिकट की पीएनआर नंबर दर्ज करना होगा. पीएनआर नंबर दर्ज करते ही संबंधित मुसाफिर की यात्रा से जुड़ी सभी जानकारियां कियोस्‍क में डिस्‍प्‍ले होंगी. जिसके बाद मुसाफिर को अपने बैगेज की संख्‍या दर्ज करनी होगी. सारी जानकारी कंफर्म करते ही कियोस्‍क से बोर्डिंग पास और सभी बैगेज के लिए टैग प्रिंट होकर बाहर आएगा. मुसाफिरों को एयरपोर्ट में प्रवेश करने से पहले यह बैगेज टैग अपने बैगेज में लगाना होगा. एयरपोर्ट पहुंचने के बाद मुसाफिरों को अपने बैग को सेल्‍फ ड्राप एरिया में छोड़कर सुरक्षाजांच और बोर्डिंग के लिए प्रस्‍थान कर सकेंगे.

किन मुसाफिरों को मिलेगा फायदा : मौजूदा समय में, ई-बोर्डिंग पास मुसाफिरों के बीच खासा प्रचलित है. मुंबई एयरपोर्ट द्वारा शुरू की यह गई सुविधा ई-बोर्डिंग पास से एक कदम आगे की बात है. दरअसल, मौजूदा ई-बोर्डिग पास उन यात्रियों को सहूलियत मिलती है, जो बिना सामान या बेहद छोटे बैग के साथ हवाई यात्रा करते हैं. यदि किसी मुसाफिर के पास बड़े या एक से अधिक बैग हैं तो उन्‍हें एयरपोर्ट पर चेक-इन काउंटर पर लगने वाली लाइनों में खड़ा होने के लिए मजबूर होना पड़ता है. नई सुविधा आने से उन मुसाफिरों को भी फायदा मिलेगा, जिनके पास बड़े या एक से अधिक बैग हैं. अब ये मुसाफिर इस सुविधा का फायदा उठाकर अपना बैग बैगेज ड्राप एरिया में छोड़कर सुरक्षा जांच के लिए आगे बढ़ सकेंगे.

मुंबई एयरपोर्ट बना देश का पहला फुली ऑटोमेटेड चेक इन सिस्‍टम वाला एयरपोर्ट : MIAL के वरिष्‍ठ अधिकारी के अनुसार, मुंबई एयरपोर्ट के टर्मिनल को विभिन्‍न तरीके सके सेल्‍फ सर्विस चेक-इन फैसिलिटी से इक्‍यूप्‍ड किया है. जिसमें चेक इन कियोस्‍क, बोर्डिंग पास जनरेट करने के लिए CUSS सिस्‍टम, बैगेज टैग जनरेट करने के लिए CUSS सिस्‍टम और सेल्‍फ बैगेज ड्राप फैसिलिटी शामिल है. उन्‍होंने बताया कि मुंबई एयरपोर्ट की टर्मिनल वन बिल्डिंग में सभी एयरलाइंस ने सेल्‍फ बैगेज ड्राप फैसिलिटी की सुविधा शुरू कर दी है. जिसके बाद, मुंबई एयरपोर्ट का टर्मिनल वन देश का पहला ऐसा टर्मिनल बन गया है, जहां पर फुली ऑटोमेटेड चेक-इन सिस्‍टम उपलब्‍ध है.

नए बदलाव से खत्‍म हो जाएंगी एयरपोर्ट पर लगने वाली लंबी कतारें : मुंबई एयरपोर्ट के वरिष्‍ठ अधिकारी के अनुसार सुविधाओं के लिहाज से टर्मिनल में हुए अत्‍याधुनिकीकरण के चलते मुसाफिरों को अब लंबी कतारों पर लगने के लिए मजबूर नहीं होना पड़ेगा. मुसाफिरों के तेज आवागमन से मौजूदा संसाधनों के बीच अतिरिक्‍त मुसाफिरों के लिए टर्मिनल में जगह न केवल जगह बनेगी, बल्कि मुसाफिरों की एयरपोर्ट पर होने वाले जद्दोजहद भी खत्‍म हो जाएगी. इसके अलावा, एयरपोर्ट पर वेटिंग टाइम कम होने की वजह से मुसाफिरों का समय भी बचेगा.

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