लालू के MY समीकरण की काट निकालेगी BJP! 'महाभारत के कृष्ण' के साथ बनाया मास्टरप्लान
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लालू के MY समीकरण की काट निकालेगी BJP! 'महाभारत के कृष्ण' के साथ बनाया मास्टरप्लान

MY Farmula: आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के ‘माई’ समीकरण को साधने के लिए यादवों  और मुसलमानों के लिए रणनीति बनाई है. इसमें बीजेपी महाभारत में श्रीकृष्ण का अभिनय करने वाले अभिनेता नीतीश भारद्वाज का सहारा लेगी. पटना में 14 नवम्बर को हजारों की संख्या में यादवो को बीजेपी ज्वाइन कराने की तैयारी है.

लालू के MY समीकरण की काट निकालेगी BJP! 'महाभारत के कृष्ण' के साथ बनाया मास्टरप्लान

Bihar Social Engineering: राजनीति में सोशल इंजीनियरिंग का बड़ा महत्त्व है. इसी का एक उदाहरण लंबे समय से बिहार में लालू का एमवाई MY फार्मूला रहा है. विरोधी पार्टियां लगातार इस फार्मूले के खिलाफ रणनीति बनाती रही हैं. इसी कड़ी में अब एक बार फिर बीजेपी ने कमर कस ली है. इसी कड़ी में बीजेपी ने आरजेडी के दो प्रमुख वोट बैंक, मुस्लिमों और यादवों को अपनी ओर लाने के लिए एक नई रणनीति बनाई है. इस रणनीति के तहत बीजेपी यादवों को पार्टी में शामिल करने के लिए एक विशाल सम्मेलन आयोजित करेगी. सम्मेलन की तिथि 14 नवंबर है और यह पटना के बापू सभागार में आयोजित किया जाएगा.

यादवों और मुसलमानों के लिए रणनीति 
असल में बीजेपी ने आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के ‘माई’ समीकरण को साधने के लिए यादवों और मुसलमानों के लिए रणनीति बनाई है. इसमें बीजेपी महाभारत में श्रीकृष्ण का अभिनय करने वाले अभिनेता नीतीश भारद्वाज का सहारा लेगी. पटना में 14 नवम्बर को हजारों की संख्या में यादवो को बीजेपी ज्वाइन कराने की तैयारी है. इस कार्यक्रम में भूपेंद्र यादव समेत कई दिग्गज शामिल होंगे. इतना ही नहीं सम्मेलन में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय मुख्य अतिथि होंगे. सम्मेलन में महाभारत में भगवान कृष्ण की भूमिका निभाने वाले अभिनेता नीतीश भारद्वाज भी शामिल होंगे और वे मंचन भी करेंगे. भारद्वाज यादवों के बीच लोकप्रिय हैं और उन्हें पार्टी में शामिल होने के लिए प्रेरित करने की उम्मीद है.

यादव बिहार की सबसे बड़ी जाति
महाभारत में श्रीकृष्ण का अभिनय करने वाले दिग्गज अभिनेता नीतीश भारद्वाज काफी समय से बीजेपी के सदस्य हैं. बीजेपी का मानना है कि अगर वह यादवों का 20-30% वोट बैंक हासिल कर लेती है, तो वह बिहार में चुनाव जीतने में सक्षम होगी, यादव बिहार की सबसे बड़ी जाति है. 2014 और 2019 में बिहार में लोकसभा चुनावों में जातिगत समीकरणों के कारण बीजेपी को सफलता मिली थी. 2014 में जदयू के अकेले चुनाव लड़ने से बीजेपी को फायदा मिला, 2019 में जदयू के साथ चुनाव लड़ने से बीजेपी को यादव और मुस्लिम मतदाताओं का समर्थन मिला था.

2024 में चुनावी समीकरण बदल गए
फिलहाल अब 2024 में चुनावी समीकरण बदल गए हैं. बीजेपी के साथ छोटे दल हैं, जबकि दूसरे खेमे में राजद, कांग्रेस, वामदलों के साथ जदयू भी है. यादव समुदाय के अलावा बीजेपी पार्टी के वरिष्ठ नेता सैयद शाहनवाज हुसैन को भी संभावित रूप से आगे कर सकती है. 2005 के चुनाव में, एनडीए ने शरद यादव के साथ शाहनवाज को चुनाव प्रचार में जोड़ा था, और इसका लाभ भी मिला था. फिलहाल अब देखना होगा कि बीजेपी का यह मास्टरप्लान कितना कारगर साबित हो सकता है.

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