Modi Cabinet Expansion 2021: मोदी सरकार 2.0 (Modi Government) की पहले कैबिनेट विस्तार (Cabinet First Expansion) में जातियों, राज्यों और उम्र के हिसाब से नेताओं को प्रतिनिधित्व दिया गया है ताकि सरकार में हर वर्ग के लोगों को शामिल किया जा सके.
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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की अगुवाई वाले केंद्रीय मंत्रिमंडल (Council of Ministers) का आज शाम 6 बजे विस्तार होना तय है. यह लगातार दूसरी बार सत्ता में आई मोदी सरकार में कैबिनेट का पहला फेरबदल और विस्तार होगा. नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह कोरोना प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रपति भवन के अशोक हॉल में आयोजित किया जाएगा.
कैबिनेट विस्तार (Cabinet Reshuffle) से पहले पीएम मोदी सुबह 11 बजे मंत्रियों के साथ बैठक (Cabinet Meeting) करेंगे, जिसमें नए मंत्रियों के नाम और उनके विभागों पर आखिरी मुहर लग सकती है.
जानकारी के मुताबिक कैबिनेट विस्तार में राज्यों और जाति आधारित कोटे का भी ध्यान रखा गया है. नई कैबिनेट में अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) का सबसे ज़्यादा प्रतिनिधित्व होगा और नई कैबिनेट में 25 से ज्यादा OBC मिनिस्टर होंगे. इसके अलावा SC और ST कोटे के 10-10 मंत्रियों को कैबिनेट विस्तार में जगह दी जाएगी.
राज्यों के प्रतिनिधित्व का भी इस विस्तार में खास ध्यान रखा जाएगा और लगभग हर राज्य का प्रतिनिधि कैबिनेट में शामिल होगा. मध्य प्रदेश, असम, महाराष्ट्र, बिहार, यूपी, ओडिशा, कर्नाटक, हरियाणा और दिल्ली के नेताओं की मोदी कैबिनेट में एंट्री होना तय माना जा रहा है.
साथ ही यह देश का सबसे युवा कैबिनेट बनना वाला है क्योंकि विस्तार में युवाओं को ज्यादा तरजीह दी गई है जिसकी औसत उम्र काफी कम है. इसी तरह पढ़े-लिखे लोगों को कैबिने में शामिल किया जाएगा और ज्यादा से ज्यादा महिला सदस्यों की भागीदारी भी सुनिश्चित की गई है.
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सबसे खास बात ये कि राज्यों में मंत्री और मुख्यमंत्री रह चुके नेताओं को कैबिनेट में जगह दी जाएगी ताकि उनके अनुभव का फायदा उठाया जा सके. राज्यों के अनुभव का इस्तेमाल केंद्र सरकार के कामकाज को आसान बनाने के लिए किया जाएगा.
आज जिन मंत्रियों को कैबिनेट में जगह मिल सकती है उनमें कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया और सर्बानंद सोनोवाल का नाम सबसे ऊपर है. इसके अलावा बिहार के डिप्टी सीएम रह चुके जेडीयू नेता सुशील मोदी, लोजपा कोटे से पशुपति पारस, जेडीयू से आरसीपी सिंह या ललन सिंह, अपना दल की अनुप्रिया पटेल, रीता बहुगुणा जोशी, अजय भट्ट, महाराष्ट्र से नारायण राणे, हिना गावित, यूपी से वरुण गांधी जैसे नेताओं के नाम शामिल हैं.
इसके अलावा कर्नाटक से प्रताप सिम्हा, हरियाणा से बिजेंद्र सिंह, परवेश वर्मा, जफर इस्लाम, ओडिशा से अश्विनी वैष्णव को मंत्रिपरिषद में शामिल किया जा सकता है. बता दें कि मौजूदा कैबिनेट में में कुल 52 मंत्री हैं और नियमों के मुताबिक मंत्रियों की अधिकतम संख्या 81 हो सकती है.
कैबिनेट विस्तार और फेरबदल की अटकलों को मंगलवार को तब और बल मिला जब केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त कर दिया गया और उन नेताओं को फोन कर दिल्ली बुलाया गया, जिन्हें मंत्री बनाए जाने की चर्चा पिछले कुछ दिनों से चल रही है.