गणेश नाईक (Ganesh Naik) के लिए एक लाइन में कहा जाए तो नवी मुंबई में उन्हें शरद पवार कहा जाता है. मतलब सरकार से लेकर पार्टी तक सारे सभी पर एक तरफा फैसला गणेश नाईक का होता था
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मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के दिग्गज नेता, पूर्व कैबिनेट मंत्री, एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के करीबी नेता गणेश नाईक (Ganesh Naik)बीजेपी में शामिल हो गए. नवी मुंबई के 48 पार्षदों के साथ गणेश नाईक (Ganesh Naik)बीजेपी में बुधवार को शामिल हुए. गणेश नाईक (Ganesh Naik)के साथ उनके बेटे संजीव नाईक भी बीजेपी में शामिल हो गए. संजीव नाईक ठाणे से पूर्व सांसद थे. सीएम देवेंद्र फडणवीस और प्रदेश कमेटी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील के मौजूदगी में नाईक बीजेपी में शामिल हुए. नाईक का बीजेपी में शामिल होना एनसीपी नेता शरद पवार के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है.
गणेश नाईक (Ganesh Naik)के लिए एक लाइन में कहा जाए तो नवी मुंबई में उन्हें शरद पवार कहा जाता है. मतलब सरकार से लेकर पार्टी तक सारे सभी पर एक तरफा फैसला गणेश नाईक (Ganesh Naik)का होता था और इस पर किसी को ऊंगली उठाने का अधिकार नही था. नवी मुंबई में जब से महानगर पालिका बनी है तभी से उस पर गणेश नाइक का एक छत्र राज रहा हैं.
111 सीटों वाली महानगर पालिका में एनसीपी या गणेश नाईक (Ganesh Naik)के 52 नगर सेवक है और इन्हें 5 निर्दलीयों का समर्थन है. वर्तमान में नवी मुंबई में गणेश नाइक को वहा सबसे वरिष्ठ नेता माना जाता हैं. गणेश नाईक (Ganesh Naik)एक बेटा सदीप नाईक विधायक है जबकि दूसरे बेटे संदीव नाईक इस बार लोकसभा का चुनाव हार गए. गणेश नाईक ने शिवसेना से अपना राजनीतिक करियर शुरू किया था. गणेश नाईक 1995 में शिवसेना -बीजेपी सरकार में मंत्री थे. शिवसेना में राजनीतिक अनबन के चलते गणेश नाईक ने शिवसेना छोड दी.
Navi Mumbai: Nationalist Congress Party (NCP) leader and former Maharashtra minister Ganesh Naik joins the Bharatiya Janata Party (BJP). pic.twitter.com/ICxDKUmxfy
— ANI (@ANI) September 11, 2019
एक स्थानीय पार्टी में भी बनाई थी. लेकिन उसे सफलता नही मिली. 1999 में हुए विधानसभा चुनाव में शिवसेना के सिताराम भोईर ने उने हराया था. फिर वह एनसीपी में शामिल हुए और वहाँ और मंत्री भी बने. कोंकण के रायगड, पालघर , ठाणे जिले में गणेश नाईक को मानने वाले कार्यकर्ता है. गणेश नाईक के बीजेपी में शामिल होने से नॉर्थ कोंकण इलाके में बीजेपी को मजबूती मिलेगी.