दिल्ली को छोड़कर देश के किसी दूसरे हिस्से को निशाना बना सकते हैं आतंकी
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दिल्ली को छोड़कर देश के किसी दूसरे हिस्से को निशाना बना सकते हैं आतंकी

सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की यात्रा के दौरान आतंकवादी दिल्ली को छोड़कर देश के किसी अन्य हिस्से को निशाना बना सकते हैं । लिहाजा, एजेंसियों ने राज्य सरकारों, खासकर जम्मू-कश्मीर, को इस ‘गंभीर खतरे’ के प्रति सचेत किया है ।

नई दिल्ली : सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की यात्रा के दौरान आतंकवादी दिल्ली को छोड़कर देश के किसी अन्य हिस्से को निशाना बना सकते हैं । लिहाजा, एजेंसियों ने राज्य सरकारों, खासकर जम्मू-कश्मीर, को इस ‘गंभीर खतरे’ के प्रति सचेत किया है ।

सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि आतंकवादी कश्मीर में वर्ष 2000 में तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की यात्रा की पूर्व संध्या पर अंजाम दिए गए छत्तीसिंहपुरा जनसंहार जैसा कोई हमला कर सकते हैं । सूत्रों ने बताया कि एजेंसियों ने बिहार, उत्तर प्रदेश की राज्य सरकारों के अलावा मुंबई एवं जम्मू-कश्मीर के पुलिस एवं खुफिया तंत्र को गंभीर आतंकवादी खतरे के बारे में सतर्क कर दिया है ।

ओबामा तीन दिवसीय भारत यात्रा पर 25 जनवरी को दिल्ली पहुंच रहे हैं । मार्च 2000 में क्लिंटन की भारत यात्रा के दौरान आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने कश्मीर के छत्तीसिंहपुरा गांव में हमले को अंजाम दिया था जिसमें 36 लोग मारे गए थे। सूत्रों ने कहा कि खुफिया एजेंसियों ने देश के कुछ हिस्से में ऐसे ही हमले की आशंका जताई है ।

ओबामा की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए अभूतपूर्व सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं । ओबामा भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने वाले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति होंगे । उनके लिए सात स्तरीय सुरक्षा घेरा तैयार किया जा रहा है ।

सूत्रों ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में कड़ी सुरक्षा के साथ-साथ मुंबई पुलिस से भी कहा गया है कि वह सिद्धीविनायक मंदिर, ताज पैलेस होटल, गेटवे ऑफ इंडिया और अन्य पर्यटन स्थलों सहित संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा चाक-चौबंद करे । इसी तरह, उत्तर प्रदेश, बिहार एवं जम्मू-कश्मीर सरकारों से भी हाई अलर्ट पर रहने और संवेदनशील इलाकों में कड़ी सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा गया है ।

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