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नई दिल्ली: रूस के हमलों के बीच यूक्रेन में अब भी कई भारतीय नागरिक फंसे हुए हैं. सरकार ने यूक्रेन से फंसे भारतीयों को निकालने के लिए 'ऑपरेशन गंगा' के तहत 80 फ्लाइट तैनात की हैं. सूत्रों ने गुरुवार को एएनआई को बताया कि सरकार ने इस मिशन की निगरानी के लिए दो दर्जन से अधिक मंत्रियों को भी शामिल किया है.
सूत्रों ने एएनआई को बताया कि सरकार ने यूक्रेन में फंसे भारतीयों के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी लाई है. ज्यादा से ज्यादा भारतीयों को लाने के लिए सभी फ्लाइटों का चक्कर भी बढ़ा दिया गया है. 10 मार्च तक, फंसे हुए भारतीयों को निकालने के लिए कुल 80 फ्लाइटों को मिशन में लगाने की योजना है. ये फ्लाइट एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस, इंडिगो, स्पाइस जेट, विस्तारा, गो एयर और वायु सेना की हैं. सूत्रों के मुताबिक रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से 35 निकासी की योजना बनाई गई है, जिसमें एयर इंडिया की 14 फ्लाइट, एयर इंडिया एक्सप्रेस की 8, इंडिगो की 7, स्पाइस जेट की 1, विस्तारा की 3 और भारतीय वायु सेना की 2 फ्लाइट शामिल हैं.
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हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट से कुल 28 फ्लाइट उड़ान भरने वाली हैं. इन 28 में से 15 उड़ानें गो एयर से, 9 इंडिगो से, 2 एयर इंडिया से, 1 भारतीय वायु सेना से और 1 स्पाइस जेट से हैं. पोलैंड के रेजजो से कुल नौ फ्लाइट निर्धारित हैं, जिसमें इंडिगो से 8 और भारतीय वायु सेना से 1 फ्लाइट शामिल हैं, जबकि 5 फ्लाइट सुसेवा, रोमानिया से और 3 फ्लाइट कोसिसे, स्लोवाकिया से उड़ान भरेंगी. सूत्रों ने यह भी कहा कि लगभग 17,000 फंसे हुए भारतीयों को इन 80 फ्लाइटों से यूक्रेन से निकाला जाएगा, जो बुडापेस्ट, बुखारेस्ट, और रेजजो, सुसेवा और कोसिसे से उड़ान भरने के लिए निर्धारित हैं.
'ऑपरेशन गंगा' के तहत 2 मार्च तक कुल 24 फ्लाइट भारत आ चुकी हैं. यूक्रेन से फंसे भारतीयों को निकालने के लिए सरकार ने 26 फरवरी को 'ऑपरेशन गंगा' शुरू किया था. भारतीयों को लेकर पहली फ्लाइट 26 फरवरी को मुंबई में लैंड की, जिसे केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने रिसीव किया था. प्रधानमंत्री ने भारतीयों की निकासी की निगरानी के लिए चार मंत्रियों ज्योतिरादित्य सिंधिया, हरदीप सिंह पुरी, किरेन रिजिजू और वीके सिंह को हंगरी, रोमानिया, स्लोवाकिया और पोलैंड भेजा है. मोदी सरकार ने सुचारू निकासी की निगरानी के लिए और ऑपरेशन गंगा के तहत हंगरी, रोमानिया, स्लोवाकिया और पोलैंड से आने वाले भारतीयों को दिल्ली और मुंबई एयरपोर्ट पर रिसीव करने के लिए भी मंत्रियों को जिम्मेदारी दी है.
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मंत्री जितेंद्र सिंह, मुख्तार अब्बास नकवी, राव इंद्रजीत सिंह, नारायण राणे, जी किशन रेड्डी, कैलाश चौधरी, पुरुषोत्तम रूपाला, भगवंत खुबा, वीरेंद्र कुमार, मीनाक्षी लेखी, वी. मुरलीधरन, भागवत कराड, निसिथ प्रमाणिक, शांतनु ठाकुर, राव साहब दानवे, दर्शन जरदोश, देवूसिंह चौहान, भारती प्रवीण पवार, साध्वी निरंजन ज्योति, भानु प्रताप सिंह वर्मा, सुभाष सरकार, कपिल पाटिल को यूक्रेन के पड़ोसी देशों से भारतीयों को लेकर आने वाली फ्लाइटों को रिसीव करने का काम सौंपा गया है.
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