इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भी जी न्यूज के सवालों से बचते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस छोड़कर भाग खड़े हुए थे.
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न्यूयॉर्क: आतंकवाद पर दोहरा रवैया अपनाने वाला पाकिस्तान (Pakistan) एक बार फिर बेनकाब हुआ जब जी मीडिया ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री से एक सवाल पूछा. जी मीडिया का आतंकवाद (Terrorism) को सपोर्ट करने का सवाल सुन पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी (shah mehmood qureshi) जवाब देने के बजाए मौके से भाग खड़े हुए.
जी मीडिया ने कुरैशी से सवाल पूछा था कि आप आतंकी हाफिज सईद (Hafiz Saeed) को सपोर्ट क्यों करते हैं. यह सवाल सुन कुरैशी बिना कोई जवाब दिए नौ-दो-ग्यारह हो गए. जी मीडिया उनसे बार-बार पूछता रहा कि पाकिस्तान आतंकी हाफिज सईद का सपोर्ट क्यों करता है, आतंकवाद का सपोर्ट क्यों करता है लेकिन शाह महमूद कुरैशी के पास इन सवालों के जवाब देने की हिम्मत नहीं थी.
यह पहली बार नहीं है जब जी न्यूज के साहसी सवालों ने पाकिस्तान के हुक्मरानों मुंह बंद कर दिए. इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) जी न्यूज के सवाल से बचते हुए भाग गए थे. जी न्यूज ने उनसे बार-बार सवाल पूछा था लेकिन उन्होंने अनसुना कर दिया और आखिरकार प्रेस कॉन्फ्रेंस छोड़कर ही भाग खड़े हुए.
'PAK सेना, ISI ने अलकायदा को प्रशिक्षण दिया'
बता दें इसी हफ्ते ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने स्वीकार किया कि उनके देश की सेना और खुफिया एजेंसी आईएसआई ने अफगानिस्तान में लड़ने के लिए अलकायदा और अन्य आतंकवादी संगठनों को प्रशिक्षण दिया था और इसलिए हमेशा से उनसे संबंध बने रहते हैं क्योंकि उन्होंने उन्हें प्रशिक्षित किया है.
विदेश संबंध परिषद (सीएफआर) में सोमवार (23 सितंबर) को एक समारोह में इमरान से पूछा गया था कि क्या पाकिस्तान की ओर से कोई जांच कराई गई थी कि कैसे ओसामा बिन लादेन एबटाबाद में रह रहा था, पर उन्होंने कहा, 'पाकिस्तानी सेना, आईएसआई ने अलकायदा और इन सब समूहों को अफगानिस्तान में लड़ने के लिए प्रशिक्षित किया, उनके संबंध हमेशा से थे, यह संबंध होने ही थे क्योंकि उन्होंने उन्हें प्रशिक्षित किया.'
उन्होंने कहा, 'जब हमने इन समूहों से मुंह मोड़ा तो हमसे सब सहमत नहीं हुए. सेना के अंदर भी लोग हमसे सहमत नहीं हुए, इसलिए पाकिस्तान के अंदर हमले हुए.'
उन्होंने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के उस बयान का जिक्र किया जिसमें उन्होंने कहा था कि पाकिस्तानी सेना को इस बात की जानकारी नहीं थी कि बिन लादेन एबटाबाद में रह रहा था. इमरान ने कहा, 'जहां तक मैं जानता हूं पाकिस्तानी सैन्य प्रमुख, आईएसआई को एबटाबाद के बारे में कुछ पता नहीं था. अगर किसी को पता भी होगा तो वह संभवत: निचले स्तर में होगा.'