अलर्ट: 'फर्जी' आरोग्य सेतु ऐप से सेना की खुफिया जानकारी चुराने में जुटा पाकिस्तान, एडवायजरी जारी
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अलर्ट: 'फर्जी' आरोग्य सेतु ऐप से सेना की खुफिया जानकारी चुराने में जुटा पाकिस्तान, एडवायजरी जारी

सुरक्षा एजेंसियों ने बुधवार को कहा कि संवेदनशील डेटा को चुराने के उद्देश्य से आरोग्य सेतु ऐप से मिलता-जुलता मोबाइल एप्लीकेशन बनाया गया है. 

(प्रतीकात्मक तस्वीर )

नई दिल्ली: कोरोना (Corona) काल में भी आतंक का आका पाकिस्तान (Pakistan) भारत के खिलाफ साजिशें रचने से बाज नहीं आ रहा है. ISI ने फर्जी आरोग्य सेतु ऐप (Arogya Setu App) के जरिए भारतीय जवानों के फोन हैक करने का प्लान बनाया है. इसे लेकर सुरक्षा ऐजेंसियों ने भारतीय सेना (Indian Army) और पैरामिलिट्री फोर्सेज के जवानों के लिए गाइडलाइन जारी कर दी है. 

  1. आरोग्य सेतु ऐप के फर्जी संस्करण ने बढ़ाई सेना की चिंता
  2. एडवायजरी जारी कर सेना के जवानों को सतर्क रहने के लिए कहा गया
  3. सेना की खुफिया जानकारियां जुटाने के लिए पाक ने बनाया फर्जी आरोग्य सेतु ऐप 

दरअसल, कोरोना वायरस (Coronavirus) से लड़ने के लिए भारत सरकार की ओर से लॉन्च किए गए आरोग्य सेतु ऐप के फर्जी संस्करण ने भारतीय सेना की चिंता बढ़ा दी है. ये फर्जी ऐप पाकिस्तान में बना है. समाचार एजेंसी पीटीआई की खबर के मुताबिक सुरक्षा एजेंसियों ने इसे लेकर अपने जवानों को आगाह किया है.

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सुरक्षा एजेंसियों ने बुधवार को कहा कि संवेदनशील डेटा को चुराने के उद्देश्य से आरोग्य सेतु ऐप से मिलता-जुलता मोबाइल एप्लीकेशन बनाया गया है. अधिकारियों ने कहा है कि इस फर्जी ऐप का लिंक उपयोगकर्ता को वॉट्सऐप पर संदेश के जरिए या एसएमएस के जरिए, ईमेल या अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए मिल सकता है. गाइडलाइन में कहा गया है कि सभी सुरक्षाकर्मी आरोग्य सेतु ऐप को अपने फोन में डाउनलोड करने के लिए अधिकृत वेबसाइट माईजीओवी डॉट इन (mygov.In) पर ही जाएं. 

एडवायजरी में फर्जी ऐप को पहचानने का तरीका भी बताया गया है. जिसके मुताबिक ऐप डाउनलोड किए जाने के दौरान फर्जी एप उपयोगकर्ता से इंटरनेट का इस्तेमाल करने और अतिरिक्त एप्लीकेशन पैकेज इंस्टॉल करने की इजाजत मांगता है. इसके बाद, यह कई अन्य लिंक जैसे कि फेस डॉट एपीके, आईएमओ डॉट एपीके, नॉर्मल डॉट एपीके, ट्रूसी डॉट एपीके, स्नैप डॉट एपीके और वाइबर डॉट एपीके उपयोगकर्ता के फोन में इंस्टॉल करता है. 

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अधिकारी ने कहा कि इसके बाद उपयोगकर्ता का फोन हैक हो चुका होता है. ये वायरस हैकर को उपयोगकर्ता के स्मार्टफोन में मौजूद जानकारियों और फोन की गतिविधियों को जानने में मदद करता है. उपयोगकर्ता के फोन से ली गई जानकारियां कमांड रूम में सेव की जाती हैं. अधिकारी के मुताबिक यह कमांड रूम नीदरलैंड में स्थित है. 

अगर आपके पास भी ऐसा कोई लिंग आता है जिसमें आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने की बात कही गई है तो इसे खोलते समय सावधानी बरतें. सुरक्षा एजेंसियों द्वारा जारी एवायजरी में सभी सैनिकों को अपने मोबाइल फोन पर सोशल मीडिया और ईमेल पर संदिग्ध लिंक खोलते समय सावधान रहने के लिए कहा गया है. साथ ही उनसे एंटी वायरस अपडेट करने के लिए भी कहा गया है. 

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