Tamil Nadu: अब बिल्लियों की हुई गोद भराई, बेबी शॉवर को लेकर सोशल मीडिया पर आया 'उबाल'
Advertisement
trendingNow11061557

Tamil Nadu: अब बिल्लियों की हुई गोद भराई, बेबी शॉवर को लेकर सोशल मीडिया पर आया 'उबाल'

एक बिल्ली को मिले प्यार से जहां कुछ लोग रस्क कर रहे हैं. वहीं कुछ लोग इसे हल्के-फुल्के अंदाज में ले रहे हैं. जो ही हो इस समारोह की तस्वीरें जारी होने के बाद अजब-गजब प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है.

फोटो: (सोशल मीडिया)

कोयंबटूर: जगह कोई भी हो कर्म की प्रधानता के बीच किस्मत के कनेक्शन की अनदेखी करना आसान नहीं होता है. आम इंसान हो या वीआईपी कभी न कभी कोई शख्स आपको ऐसा मिल ही जाता होगा जिसके बारे में कहा जाता हो कि वो तो किस्मत का धनी है या मुंह में चांदी का चम्मच लेकर पैदा हुआ है.
 
इंसानों को बात छोड़िये कई बार तो कुछ लोगों को रईसों की करोड़ों की गाड़ियों में घूमने वाले कुत्तों (Dogs) की किस्मत से भी जलन होती होगी. इंसान हो या जानवर प्यार (Love) किसको कब, कहां, कैसे और किससे मिलेगा कोई नहीं जानता. ऐसा ही मामला तमिलनाडु (Tamil Nadu) में सामने आया है जहां एक बिल्ली (Cat) को ऐसे पेट पैरेंट (Pet Parent) मिले जिसकी उसने कल्पना भी नहीं की होगी.  

  1. बिल्ली को मिला बेबी शॉवर
  2. वायरल हो गया पूरा किस्सा
  3. तस्वीरें देख देखने पहुंचे लोग

बिल्ली को बेबी शॉवर

दरअसल लोग परिवार में किसी बच्चे का जन्म होने पर उसे बेबी शॉवर देने की परंपरा (Baby shower Ritual) को निभाते हैं. लेकिन कोयंबटूर के एक पेट पैरेंट्स ने बाकायदा डॉक्टरों की मौजूदगी में अपनी नवजात बिल्ली को बेबी शॉवर (Baby shower) दिलवाया तो वो सुर्खियों में आ गया. 

ये भी पढ़ें- Assam सरकार ने अपने कर्मचारियों को दी दो दिन की खास छुट्टी, दिल को छूने वाली है वजह

वायरल हुआ किस्सा

न्यूज़ एजेंसी एएनआई पर इस समारोह की तस्वीरें जारी होने के बाद अब इस पर रिएक्शंस की भरमार हो गई है.  लोग अपनी अपनी तरह से अजब-गजब प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. ऐसे ही एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा कि What next! नामकरण संस्कार.

वहीं कुछ यूजर इसे क्रूरता भी बता रहे हैं. 

क्या होता है बेबी शॉवर (Baby shower)?

बेबी शॉवर (Baby shower) को हिंदी में गोद भराई कहा जाता है. इसमें मां बनने वाली महिला और होने वाले बच्चे को आशीर्वाद दिया जाता है. अलग-अलग समुदायों में बेबी शॉवर अलग तरीकों से किया जाता है. जिसमें मां के परिजन और रिश्तेदार आशीर्वाद देते हैं. साथ ही उसके खान-पान का भी ध्यान रखा जाता है.

बेबी शॉवर (Baby shower) को लगभग गर्भधारण के सातवें महीने में किया जाता है. लेकिन, कुछ जगहों पर यह रस्म आठवें महीने में निभाई जाती है. परिजन बच्चे और मां के अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते हैं.

तमिलनाडु में पहले भी हो चुकी अनूठी गोदभराई 

आपको बता दें कि हालांकि ये पहला ऐसा मामला नहीं है जब किसी ने अपने प्यारे पालतू जनवर पर इतना प्यार लुटाया हो. अभी तीन महीने यानी बीते साल के अक्टूबर महीने में तमिलनाडु (Tamil Nadu) के ही एक परिवार ने बड़े ही धूमधाम और रीति-रिवाजों के साथ एक गर्भवती कुतिया की गोद भराई की थी. इस दिलचस्प गोद भराई की तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थीं.

Trending news