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Pinaka MBRL: US के रॉकेट सिस्टम पर भारत का पिनाका पड़ा भारी, जानें मल्‍टी बैरल रॉकेट की खासियत

Pinaka Multi Barrel Rocket Launcher System: अजरबैजान (Azerbaijan) के साथ जारी संघर्ष के बीच ही अर्मेनिया (Armenia) भारत में बने पिनाका मल्‍टी बैरल रॉकेट सिस्‍टम (Pinaka MBRLS) को खरीदने का मन बनाया है. करीब 2000 करोड़ रुपये के इस कॉन्ट्रैक्ट की खास बात है कि अर्मेनिया ने पिनाका को खरीदने के लिए अमेरिकी रॉकेट सिस्‍टम (HIMARS) को खारिज कर दिया है. विशेषज्ञों का मानना है कि इस कॉन्‍ट्रैक्‍ट से दुनियाभर में भारत की एक अलग पहचान बनेगी.

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अर्मेनिया द्वारा भारत में बने पिनाका मल्‍टी बैरल रॉकेट सिस्‍टम (Pinaka MBRLS) को चुनने के पीछे सबसे बड़ा कारण इसकी कीमत है. अमेरिका का हीमर्स रॉकेट सिस्‍टम (HIMARS) काफी महंगा है, जबकि उसके मुकाबले पिनाका काफी सस्ता है.

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अगर फीचर्स की बात करें तो पिनाका और हीमर्स लगभग बराबर हैं. बता दें कि पिनाका को भारत के डीआरडीओ (DRDO) ने बनाया है, जबकि हीमर्स को लॉकहीड मार्टिन ने तैयार किया है.

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अर्मेनिया के साथ हुए कॉन्ट्रैक्ट एक फ्री-फ्लाइट आर्टिलरी रॉकेट एरिया बॉम्बार्डमेंट सिस्टम है, जिसकी रेंज 38 किलोमीटर है. इसकी खास बात है कि एक पिनाका सिस्‍टम 44 सेकेंड्स में 12 रॉकेट्स एक साथ फायर कर सकता है और इसकी बैटरी एक बार में 72 रॉकेट्स फाय‍र कर सकती है. 

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214 एमएम बोर वाला पिनाका रॉकेट सिस्टम (Pinaka Multi Barrel Rocket Launcher System) करीब 100 किलो तक का बारूद सह सकता है और इसको अलग-अलग हथियारों जैसे एंटी-टैंक माइन्‍स पर फिट किया जा सकता है.

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अर्मेनिया ने साल 2015 में रूसी सिस्टम को खरीदा था, लेकिन यूक्रेन के साथ जारू युद्ध के बीच अर्मेनिया की अतिरिक्‍त हथियार की मांग को रूस पूरा नहीं कर पा रहा है. इसके बाद अर्मेनिया ने भारत से पिनाका सिस्टम को खरीदने का फैसला किया है, जिसको डिआरडीओ ने रूस के ग्रैड BM-21 के रिप्‍लेसमेंट के तौर पर चुना है.

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