उम्मीद जताई जा रही है कि जनवरी में ही देश को कोरोना वैक्सीन मिल सकती है. देश में इस वक्त तीन वैक्सीन अंतिम दौर में हैं. सीरम इंडिया द्वारा तैयार की जा रही कोविड-शील्ड, भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और फाइजर की वैक्सीन शामिल है. इसे ध्यान में रखते हुए देश में वैक्सीनेशन का ट्रायल रन शुरू हो चुका है. ट्रायल रन वैक्सीनेशन प्रक्रिया से पहले का अहम पहला चरण है.
वैक्सीन आप तक पहुंचने से पहले एक लंबी प्रक्रिया आपनाई जाएगी. इसमें सबसे पहले प्लांट से वैक्सीन राज्यों को भेजी जाएगी. इसके बाद राज्य सरकार द्वारा जिला, शहर, तहसील, ब्लॉक और गांव स्तर तक वैक्सीन पहुंचेगी.
राज्यों में इसके भंडारण के लिए अलग डिपो बनाई जाएगी. यहां से वैक्सीन अलग-अलग जिलों में भेजी जाएगी.
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कोरोना वैक्सीन को ट्रांसपोर्ट करते समय सबसे बड़ी चुनौती टेंप्रेचर की होगी. वैक्सीन को वातानुकूलित वाहनों से ही ट्रांसपोर्ट किया जाएगा. इसे ले जाते समय बार-बार तापमान मापा जाएगा. अब तक हर वैक्सीन के लिए अलग-अलग तापमान की बात कही जा रही है.
वैक्सीनेशन के लिए सरकार ने अलग से CoWin ऐप भी तैयार किया है. जिन लोगों का वैक्सीनेशन के लिए समय तय हो जाएगा तो उन्हें SMS भेजा जाएगा. ये SMS आपको रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर प्राप्त होगा जिसमें समय और स्थान बताया जाए
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