सबसे पहले आपको बता दें कि अब अमेरिका ने भी ये मान लिया है कि भारत की स्वदेशी वैक्सीन Covaxin कोरोना के अलग-अलग 617 वैरिएंट पर असरदार है और ये दुनिया की सबसे अच्छी वैक्सीन में से एक है. ये बात अमेरिका के चीफ मेडिकल एडवाइजर डॉ एंथनी फाउची ने कही है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी चीफ मेडिकल एडवाइजर डॉ एंथनी फाउची का कहना है कि वैक्सीन की दूसरी डोज लेने के बाद आपको हल्का दर्द महसूस हो सकता है या ठंड लग सकती है. इसका मतलब ये है कि आपका इम्यून सिस्टम तेजी से काम कर रहा है.
वैक्सीन इम्यून सिस्टम को COVID-19 स्पाइक प्रोटीन नाम के एक वायरल प्रोटीन को पहचानने और इसके खिलाफ एंटीबॉडी बनाने में मदद करती है. एंटीबॉडी से खराब होने के बाद ये प्रोटीन वायरस को तेजी से बढ़ने और बीमारी फैलाने से रोकता है. इस प्रक्रिया में कुछ लोगों को साइड इफेक्ट महसूस हो सकते हैं.
लोगों को बार-बार बताया जा रहा है कि यदि वैक्सीन लगवाने के बाद उनहें बाजू में वैक्सीन लगने वाली जगह में दर्द, थकान, सरदर्द, बुखार, या उल्टी, इनमें से किसी भी तरह के लक्षण दिखें तो यह संकेत हैं कि वैक्सीन अपना काम कर रही है. इनसे घबराने की जरूरत नहीं हैं.
आपको बता दें कि खुद फाउची को कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लेने के बाद उन्हें थकान और ठंड लगने जैसी समस्याएं हुई थीं. लेकिन ये सब एक दिन में ठीक हो गया. उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन जरूर लगवाएं.
अगर आपको भी वैक्सीन की डोज लेने के बाद बुखार या थकान जैसे साइड इफेक्ट नजर आते हैं तो घबराएं नहीं बल्कि जितना ज्यादा हो सके आराम करें. इसके अलावा तरल पदार्थों का सेवन करें. इंजेक्शन लगने पर बाजू में सूजन आ गई है तो बर्फ से सिकाई करें.
एक्सपर्ट्स की सलाह है कि वैक्सीन लगवाने जाने से पहले अच्छी नींद लें और खूब सारा पानी पीकर वैक्सीन लगवाने जाएं. इससे आपका शरीर हाइड्रेटेड रहेगा. इसके अलावा वैक्सीन लेने से पहले मौसमी फलों के सेवन की भी सलाह दी जाती है.
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