Most Advanced Fighter Jets: भारत अपनी सामरिक शक्ति में लगातार इजाफा कर रहा है. दुनिया के कई देशों से उसने अत्याधुनिक हथियार खरीदे हैं ताकि जरूरत पड़ने पर दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब दिया जा सके. भारत 74वां गणतंत्र दिवस मनाने की तैयारियां कर रहा है. कर्तव्यपथ पर भारत की संस्कृति की झलक के साथ-साथ ताकत भी नजर आएगी. जमीन और पानी में तो भारतीय सेना दुश्मनों को खौफजदा कर ही रही है. लेकिन आसमान की लड़ाई में भी भारत किसी से कम नहीं है. आज हम आपको बता रहे हैं भारत और दुनिया के सबसे विध्वंसक लड़ाकू विमानों के बारे में.
यूरोफाइटर टाइफून: यह यूरोप का बेहद भरोसेमंद लड़ाकू विमान है. इसमें वन और टू सीटर जैसे दो वेरिएंट्स हैं. यह अधिकतम 65 हजार फीट की ऊंचाई तक जा सकता है. यह 2125 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ सकता है. जबकि कॉम्बैट रेंज 1389 किलोमीटर की है. इसमें 27 मिमी की माउजर रिवॉल्वर कैनन लगी है. साथ ही 6 तरह के बम लगाए जा सकते हैं.
राफेल: दो इंजन वाला यह फाइटर जेट भारत ने फ्रांस से खरीदा है. यह 2,223 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ सकता है. इसके अलावा 100 किलोमीटर के भीतर इसकी रडार 40 टारगेट का पता लगा सकती है. यही खासियत इसको बाकी लड़ाकू विमानों से अलग बनाती है. 24,500 किलो के वजन के साथ यह विमान 60 घंटे की अतिरिक्त उड़ान भी भर सकता है. इसमें लो बैंड जैमर्स, इजरायली हेलमेट माउंटेड डिस्प्ले, इन्फ्रा रेड सर्च ट्रैकिंग सिस्टम लगाए जा सकते हैं. यह हिमालय के ऊपर से भी उड़ान भर सकता है.
चेंगदू जे-20: यह चीन का पांचवीं पीढ़ी का फाइटर जेट है. यह बहुत ताकतवर और भारी विमान है. माइटी ड्रैगन कहे जाने वाले इस विमान को चीन ने सू-57 और एफ-22 से मुकाबले के लिए बनाया है. सिंगल पायलट वाले इस विमान की अधिकतम गति 2450 प्रति घंटा है. यह अधिकतम 66 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ सकता है. इसमें 6 तरह की मिसाइलें लगाई जा सकती हैं.
सुखोई सू-57: सिंगल पायलट वाला यह विमान रूस का पहला स्टेल्थ एयरक्राफ्ट है. यह 2135 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम रफ्तार से उड़ सकता है. इसकी सुपरसॉनिक रेंज 1500 किलोमीटर है. 66 हजार फीट की ऊंचाई तक यह उड़ान भर सकता है.इसमें 12 हार्डप्वॉइंट हैं और 30 मिमी की ऑटोकैनन लगी है. इसमें हवा से हवा, हवा से सतह, एंटी-शिप, एंटी रेडिएशन, क्लस्टर बम लगाए जा सकते हैं.
लॉकहीड मार्टिन एफ-35 लाइटनिंग-2: नंबर एक लड़ाकू विमान होने के बावजूद इस अमेरिकी लड़ाकू विमान की रफ्तार और कंट्रोल पर विवाद है. अब तक ऐसे 750 विमान बन चुके हैं, जो 11 देशों में इस्तेमाल हो रहे हैं. सिंगल पायलट वाला यह विमान अधिकतम 50 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है. इसकी अधिकतम स्पीड 1975 किमी प्रति घंटा है. इसमें 4 बैरल वाली 25 मिमी रोटरी कैनन लगी हुई है. यह एक मिनट में 180 गोलियां दाग सकती है. इसमें चार तरह के बम लगाए जा सकते हैं.
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