देश के विदेशी मुद्रा भंडार में पिछले तीन हफ्ते से लगातार बढ़ोतरी हो रही है. बता दें कि देश का विदेशी मुद्रा भंडार ( Foreign Exchange Reserves ) 17 मई को समाप्त सप्ताह में 4.55 अरब डॉलर बढ़कर 648.7 अरब डॉलर के नए सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया.
बता दें, कि भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार( 24 मई ) को यह जानकारी दी है. यह विदेशी मुद्राभंडार में वृद्धि का लगातार तीसरा हफ्ता है. इससे पहले के हफ्ते में यह 2.56 अरब डॉलर बढ़कर 644.15 अरब डॉलर रहा था.
पांच अप्रैल को समाप्त सप्ताह में यह 648.56 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था. रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक, 17 मई को समाप्त सप्ताह में मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा मानी जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियां 3.36 अरब डॉलर बढ़कर 569.01 अरब डॉलर हो गई.
डॉलर के संदर्भ में विदेशी मुद्रा आस्तियों में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं की घट-बढ़ का प्रभाव शामिल होता है. रिजर्व बैंक ने कहा कि समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान स्वर्ण आरक्षित भंडार का मूल्य 1.24 अरब डॉलर बढ़कर 57.19 अरब डॉलर हो गया.
विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 11.3 करोड़ डॉलर बढ़कर 18.17 अरब डॉलर हो गया. रिजर्व बैंक के मुताबिक समीक्षाधीन सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) के पास भारत की आरक्षित जमा 16.8 करोड़ डॉलर घटकर 4.33 अरब डॉलर रही.
बताया जा रहा है, कि देश के विदेशी मुद्रा भंडार ने आखिरी बार अक्टूबर 2021 में अपने सर्वकालिक उच्च स्तर को छुआ था. उसके बाद की गिरावट का एक बड़ा हिस्सा 2022 में देखने को मिला. आम तौर पर, आरबीआई विदेशी मुद्रा बाजारों पर बारीकी से नजर रखता है.
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