कैप्टन विक्रम बत्रा (Captain Vikram Batra) जब पंजाब यूनिवर्सिटी (Punjab University) से इंग्लिश सब्जेक्ट में एमए कर रहे थे तब वहीं पर उनकी मुलाकात अपने प्यार से हुई. पहले दोस्ती हुई फिर दोस्ती प्यार में बदल गई. दोनों ने एक-दूसरे के साथ शादी करने और जिंदगी बिताने का वादा किया था.
कैप्टन विक्रम बत्रा (Captain Vikram Batra) की पिता जीएल बत्रा ने बताया, 'कैप्टन विक्रम बत्रा ने अपने घर में अपनी पसंद के बारे में बता दिया था कि उनकी शादी के लिए लड़की तलाश न की जाए, वो जब भी शादी करेंगे अपनी खास दोस्त से करेंगे. परिवार ने भी कैप्टन विक्रम बत्रा और उनकी दोस्त से बातचीत करके इस बात का आश्वासन हासिल कर लिया था कि दोनों एक-दूसरे के प्रति 100 प्रतिशत समर्पित हैं'. परिवार ने फैसला किया था कि जब कैप्टन विक्रम बत्रा कारगिल युद्ध से वापस आएंगे तब उनकी शादी कर दी जाएगी.
लेकिन नियति ने इस प्रेम कहानी (Love Story Of Captain Vikram Batra) को पूरा नहीं होने दिया. कैप्टन विक्रम बत्रा जब कारगिल युद्ध के दौरान शहीद हुए तब उनकी उम्र 25 साल थी. माता-पिता उनकी शादी की तैयारी कर रहे थे. लेकिन कैप्टन विक्रम बत्रा तिरंगे के कफन में लिपटकर वापस आए. कैप्टन विक्रम बत्रा की शहादत के बाद उनकी प्रेमिका उन्हें अंतिम विदाई देने पालमपुर आईं. यहीं पर कैप्टन विक्रम बत्रा के माता-पिता ने पहली बार उस लड़की से मुलाकात की और यहीं पर उस लड़की ने अपना फैसला सुना दिया कि वो विक्रम बत्रा की शहादत के बाद अब किसी और के साथ शादी नहीं करेगी. महज 22 साल की उम्र की लड़की के लिए सारा जीवन अकेले काटने का फैसला आसान नहीं था.
कैप्टन विक्रम बत्रा के पिता जीएल बत्रा दोनों के प्यार को सच्चा प्यार (True Love Of Captain Vikram Batra) बताते हैं जिसकी मिसाल आज कल के जमाने में नहीं मिलती. शहीद के पिता ने बताया, 'आज तक उस लड़की ने शादी नहीं की. उन्होंने फैसला किया है कि वो अब सारा जीवन विक्रम बत्रा की यादों के सहारे ही गुजारेंगी'.
ऐसा नहीं है कि परिवार ने दबाव न डाला हो. खुद कैप्टन विक्रम बत्रा के माता-पिता ने उस लड़की (Captain Vikram Batra's Girlfriend) को बहुत समझाया. दोबारा शादी करने का आग्रह किया लेकिन कोई भी सिफारिश, कोई भी दबाव कैप्टन विक्रम बत्रा को हमेशा के लिए अपने मन में बसा चुकी उस लड़की की अटल प्रतिज्ञा को नहीं तोड़ पाया. उसने कैप्टन विक्रम बत्रा के पिता से कहा, 'वो किसी और से शादी नहीं कर सकतीं. उनका सारा जीवन अब कैप्टन विक्रम बत्रा की यादों को ही समर्पित है'.
वो लड़की नहीं चाहती कि उसकी तस्वीर या नाम दुनिया के सामने आए इसलिए हमने इस रिपोर्ट में उस लड़की का नाम और पहचान आपको नहीं बताई. आज कारगिल युद्ध को 22 साल पूरे हो गए हैं. कैप्टन विक्रम बत्रा की शहादत (Captain Vikram Batra's Martyrdom) को भी 22 साल बीत गए हैं. भले ही कैप्टन विक्रम बत्रा की प्रेम कहानी पूरी न हो पाई हो लेकिन उनके प्यार की प्रतिज्ञा, समर्पण और बलिदान ने उनकी प्रेम कहानी को हमेशा-हमेशा के लिए अमर बना दिया है. देश के लिए अपना सब कुछ न्योछावर करने का जज्बा रखने वाले युवा कारगिल युद्ध में कैप्टन विक्रम बत्रा की वीरता से और सच्चा प्यार करने वाले उनकी प्रेम कहानी से हमेशा प्रेरणा लेते रहेंगे.
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