कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन (New Covid strain) बहुत तेजी से फैल रहा है और अधिकारियों का कहना है कि यह वायरस 70 प्रतिशत ज्यादा तेजी से फैलता है. अब तक ब्रिटेन समेत 5 देशों में इसकी पुष्टि हो चुकी है.
विशेषज्ञों ने बताया कि कोरोना वायरस (Coronavirus) के नए स्ट्रेन का भारत में अब तक पता नहीं लगाया गया है. हालांकि इस पर कड़ी निगाह रखी जा रही है और इसी के तहत ब्रिटेन से विमान सेवा पर रोक लगा दी गई है. इसके साथ ही कहा गया है कि ब्रिटेन और यूरोप से आने वाले सभी यात्रियों को क्वारंटाइन किया जाएगा. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि यह सिर्फ एतिहात के तौर पर किया जा रहा है. कोरोना का नया स्ट्रेन भारत में नहीं पाया गया है.
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के महामारी विज्ञान और संक्रामक रोग विभाग के प्रमुख डॉक्टर समीरन पांडा (Dr Samiran Panda) ने भी कहा, 'हमने अपने किसी भी नमूने में अब तक यूके (UK) के स्ट्रेन से संबंधित कुछ नहीं पाया है. पुणे में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) या देश भर में किसी भी प्रयोगशाला में इस म्यूटेशन का कोई सबूत नहीं मिला है.'
डॉक्टर पांडा ने बताया कि यह एक सतत प्रक्रिया है और वायरस में नया म्यूटेशन पाया जाता है. किसी भी परिवर्तन का पता लगाने के लिए पिछले वायरस के म्यूटेशन के साथ तुलना की जाती है. अब तक, वायरस में केवल छोटे म्यूटेशन देखे गए हैं और यूके के स्ट्रेन का पता नहीं चला है.
डॉक्टर पांडा ने कहा कि हम सतर्क हैं और इसका पता लगाने के लिए टेस्टिंग बहुत जरूरी है. अगर किसी भी व्यक्ति में ब्रिटेन के नए वायरस जैसे स्ट्रेन दिखते हैं तो उन्हें तुरंत सर्विलांस पर रख कर म्यूटेशन की जांच की जाएगी.
कोरोना के नए स्ट्रेन भारत में नहीं आए हैं, लेकिन अब तक ब्रिटेन समेत 5 देशों में इसकी पुष्टि हो चुकी है. ब्रिटेन से शुरू हुआ नया स्ट्रेन डेनमार्क, ऑस्ट्रेलिया, नीदरलैंड और इटली पहुंच चुका है.
रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन बहुत तेजी से फैल रहा है. अधिकारियों का कहना है कि यह वायरस 70 प्रतिशत ज्यादा तेजी से फैलता है.
नए स्ट्रेन के सामने आने के बाद ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कई पाबंदियां लगा दी हैं. इसके साथ ही ब्रिटेन में फिर से लॉकडाउन की स्थिति पैदा हो गई है.
नए वायरस ने 20 से ज्यादा रूप बदला है, हालांकि वायरस का रूप बदलना कोई नई बात नहीं है. कोरोना का नया स्ट्रेन इसलिए ज्यादा खतरनाक है, क्योंकि इसके 8 रूप जीन में प्रोटीन बढ़ाने वाले हैं, लेकिन इसमें दो सबसे ज्यादा चिंता पैदा करने वाले हैं. पहला, एन501वाई, इसके कारण वायरस ज्यादा खतरनाक हो सकता है और शरीर के सेल्स पर हमला कर सकता है. दूसरा, एच69/वी70, जो शरीर की इम्युन क्षमता को नुकसान पहुंचाने वाली है.
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