प्रदीप सिंह (Pradeep Singh) मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं, हालांकि उनका परिवार इंदौर में रहता है. बचपन से ही पढ़ाई में काफी तेज थे और उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई इंदौर से ही की. (फोटो सोर्स- प्रदीप सिंह इंस्टाग्राम)
टाइम्स नाउ की रिपोर्ट के अनुसार, प्रदीप सिंह (Pradeep Singh) के परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी. 12वीं के बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी करने के लिए दिल्ली जाने का फैसला किया. प्रदीप के पिता पेट्रोल पंप पर काम करते है और उनके पास बेटे को दिल्ली भेजने के लिए इतने पैसे नहीं थे. बेटे की पढ़ाई के लिए उन्होंने अपना घर तक बेच दिया. (फोटो सोर्स- प्रदीप सिंह इंस्टाग्राम)
12वीं के बाद प्रदीप सिंह (Pradeep Singh) दिल्ली में रहकर यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने लगे. पिता द्वारा घर बेचकर पढ़ाने की वजह से वह काफी दबाव में थे. उन्होंने फैसला किया कि वह जल्द से जल्द यूपीएससी परीक्षा पास करके आईएएस अफसर बनेंगे और अपने घरवालों की इच्छा पूरी करेंगे. (फोटो सोर्स- प्रदीप सिंह इंस्टाग्राम)
प्रदीप सिंह (Pradeep Singh) ने साल 2018 में पहली बार यूपीएससी की परीक्षा दी और ऑल इंडिया में 93वीं रैंक हासिल की, लेकिन उनका चयन आईएएस के लिए नहीं हुआ. परीक्षा में सफल होने के बाद प्रदीप का अपॉइंटमेंट इंडियन रेवेन्यू सर्विस ( IRS) में हुआ. (फोटो सोर्स- प्रदीप सिंह इंस्टाग्राम)
प्रदीप सिंह (Pradeep Singh) बताते हैं कि 2018 में यूपीएससी क्लियर हो गया, लेकिन IAS से सिर्फ एक रैंक पीछे रह गए. इसके बाद उनके पास IPS बनने का भी विकल्प था, लेकिन उन्होंने फॉरेंस सर्विस ज्वॉइन की. इसके बाद छुट्टी ली और फिर तैयारी में जुट गए. (फोटो सोर्स- प्रदीप सिंह इंस्टाग्राम)
एक रैंक से आईएएस बनने से चूकने के बाद प्रदीप सिंह (Pradeep Singh) काफी तनाव में थे, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. एक साल की तैयारी के बाद बार फिर एग्जाम दिया और ऑल इंडिया में 26वीं रैंक हासिल की. इसके बाद उनका चयन आईएएस के लिए हुआ और उन्होंने अपना सपना पूरा किया. (फोटो सोर्स- प्रदीप सिंह इंस्टाग्राम)
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