विजय मंदिर (Vijay Mandir) अपनी विशालता और प्रसिद्धि की वजह से हमेशा से मुस्लिम बादशाहों की आंखों में गढ़ता रहा. आक्रमणकारियों ने विजय मंदिर को कई बार लूटा और तोड़ा.
गौरतलब है कि भारत के नए संसद भवन का मॉडल देखने में हूबहू विदिशा के विजय मंदिर की तरह लगता है. भारत का नया संसद भवन और विजय मंदिर दोनों की आकृति त्रिभुजाकार है. ऊपर से देखने पर विजय मंदिर और भारत का नया संसद भवन एक जैसे ही लगते हैं. (फोटो साभार: रॉयटर्स/Twiiter)
चालुक्य वंशी राजा कृष्ण के प्रधानमंत्री वाचस्पति ने विदिशा में विजय मंदिर का निर्माण करवाया था. बाद में मुगल बादशाह औरंगजेब ने विजय मंदिर पर हमला करके इसे तोड़ दिया था. (फोटो साभार: Twiiter)
विजय मंदिर अपनी विशालता और प्रसिद्धि की वजह से हमेशा से मुस्लिम बादशाहों की आंखों में गढ़ता रहा. औरंगजेब ने तोप लगवाकर इस मंदिर को उड़ा दिया था. आक्रमणकारियों ने इस मंदिर को कई बार लूटा और तोड़ा. लेकिन श्रद्धालुओं ने हर बार इसका पुनर्निर्माण किया.
विदिशा में स्थिति विजय मंदिर हमारे देश की प्रचीन धरोहर है. विजय मंदिर इस समय भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (Archaeological Survey of India) के संरक्षण में है. इस मंदिर के जीर्णोद्धार और साफ-सफाई की जिम्मेदारी एएसआई के पास है. (फोटो साभार: Twiiter)
पुरातत्व विभाग को विजय मंदिर के पास खनन के दौरान कीर्तिमुख भी मिले हैं. मनुष्य या सिंहों की मुंह की आकृति को उकेर कर पत्थर पर जो नक्काशी की जाती है और बेल-बूटे बनाए जाते हैं, उसे कीर्तिमुख कहते हैं. (फोटो साभार: Twiiter)
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