'चीन से नहीं बचा पाए अपनी सीमा', पीएम मोदी से शशि थरूर की नाराजगी की वजह क्या है?
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'चीन से नहीं बचा पाए अपनी सीमा', पीएम मोदी से शशि थरूर की नाराजगी की वजह क्या है?

Ram Mandir Ayodhya: कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने स्पष्ट कहा कि चुनाव आते ही पीएम मोदी का सियासी एजेंडा बदल जाता है. यहां तक कह दिया कि पीएम मोदी LAC पर चीन से अपनी सीमा की रक्षा करने में असफल रहे हैं.

'चीन से नहीं बचा पाए अपनी सीमा', पीएम मोदी से शशि थरूर की नाराजगी की वजह क्या है?

Ram Mandir Ayodhya: कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने स्पष्ट कहा कि चुनाव आते ही पीएम मोदी का सियासी एजेंडा बदल जाता है. यहां तक कह दिया कि पीएम मोदी LAC पर चीन से अपनी सीमा की रक्षा करने में असफल रहे हैं. अब उनके पास कोई मुद्दा नहीं है तो वे हिंदू हृदय सम्राट पर आगे बढ़ रहे हैं.

शशि थरूर ने पीएम मोदी पर लगाया आरोप

शशि थरूर ने पीएम मोदी पर हर चुनावी साल में राजनीतिक एजेंडा बदलने का आरोप लगाया. दावा किया कि केंद्र की भाजपा नीत सरकार चीनी अतिक्रमण से राष्ट्र की सीमाओं की रक्षा करने में अक्षम है. तिरुवनंतपुरम से सांसद ने यह आरोप सोमवार को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह की पूर्व संध्या पर लगाया. थरूर ने कहा कि मोदी ने ‘विकास’ के नाम पर 2014 का लोकसभा चुनाव लड़ा और जीता.

कई मुद्दों पर घेरा

2019 में पाकिस्तान पर ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ का आदेश देकर ‘राष्ट्रीय सुरक्षा’ के नाम पर चुनाव जीता. थरूर ने दावा किया कि ‘नोटबंदी’ के चलते लोगों को हुई समस्याओं के बाद अब (मोदी) वह विकास की बात नही कर सकते, न ही वह राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा उठा सकते हैं, क्योंकि सरकार चीन द्वारा कब्जा कर लिये गए क्षेत्र को वापस लेने में अक्षम है. उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए इस समय उनके पास जो एकमात्र चीज है वह --हिंदू हृदय सम्राट है. इसमें कोई संदेह नहीं है कि वह उनका दुष्प्रचार होगा.’’ 

भाजपा का एजेंडा हमेशा ही राजनीति रहा है

उन्होंने कहा कि भाजपा का एजेंडा हमेशा ही राजनीति रहा है. प्रधानमंत्री 22 जनवरी को अयोध्या में समारोह में शामिल होंगे, फिर फरवरी में अबू धाबी में एक मंदिर का उद्घाटन करेंगे और फिर चुनावों की घोषणा की जाएगी. मेरा यही मानना है और मैंने पहले भी ऐसा कहा है. थरूर ने कहा कि कांग्रेस की योजना लोगों को नौकरियों की कमी और महंगाई जैसी रोजमर्रा की समस्याओं के बारे में बताने की है. साथ ही, उनसे पूछेगी कि क्या केंद्र सरकार द्वारा दावा किये जा रहे विकास से उन्हें फायदा हुआ है.

..यह एक राजनीतिक कार्यक्रम 

अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण कांग्रेस नेतृत्व के अस्वीकार करने के बारे में पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर थरूर ने कहा कि पार्टी को लगता है कि यह एक राजनीतिक कार्यक्रम है. कांग्रेस सांसद ने कहा कि पार्टी ने हमेशा प्रत्येक व्यक्ति की धार्मिक आस्था के प्रति सम्मान दिखाया है. उन्होंने कहा, ‘हममें से प्रत्येक की अपनी-अपनी धार्मिक आस्था है और हम उसके अनुसार काम करते हैं. एक पार्टी के रूप में, रुख बिल्कुल स्पष्ट है. प्रधानमंत्री ऐसे समारोह का नेतृत्व कर रहे हैं, जो एक बहुत ही बड़ा राजनीतिक कार्यक्रम बन गया है और हमें नहीं लगता कि यह अच्छी बात है.’ 

‘मैं मंदिर पूजा करने जाऊंगा, राजनीति करने नहीं’

यह पूछे जाने पर कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर क्या उनकी किसी मंदिर में पूजा-अर्चना करने की योजना है, इसपर थरूर ने कहा, ‘मैं मंदिर पूजा करने जाऊंगा, राजनीति करने नहीं.’ उन्होंने कहा कि जन आस्था और धार्मिक मान्यताएं व्यक्तिगत विषय हैं. उन्हें नहीं लगता कि इसमें कोई समस्या है. कांग्रेस सांसद ने केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) को 22 जनवरी को दोपहर ढाई बजे तक बंद किये जाने की भी आलोचना की. 

‘सरकार को आदेश वापस लेना चाहिए'

उन्होंने कहा कि इससे बड़ी संख्या में ऐसे मरीज प्रभावित होंगे, जो इसमें भर्ती होने के लिए हमेशा इसके बाहर इंतजार करते रहते हैं या जिन्हें तत्काल चिकित्सा सहायता की आवश्यकता होती है. थरूर ने कहा, ‘सरकार को आदेश वापस लेना चाहिए. कोई भी अस्पताल बंद नहीं करना चाहिए. यदि लोग पूजा-अर्चना करना चाहते हैं या टेलीविजन पर कार्यक्रम देखना चाहते हैं, तो यह विकल्प उनके पास हमेशा उपलब्ध है.’ इस बीच, एम्स ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर ओपीडी सेवाएं सोमवार को दोपहर ढाई बजे तक बंद रखने के अपने पहले के फैसले को पलटते हुए उस दिन इसे जारी रखने का फैसला किया है.

(एजेंसी इनपुट के साथ)

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