Trending Photos
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने बुधवार को शिक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित वेबिनार को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा भारत में पहली बार हम 50 हजार करोड़ रुपये की लागत से एक राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन विकसित कर रहे हैं. इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत के टैलेंट की डिमांड पूरी दुनिया में है.
वेबिनार को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा, 'आत्मनिर्भर भारत (Aatmanirbhar Bharat) का निर्माण करने के लिए देश के युवाओं को आत्मविश्वास की आवश्यकता होती है. जो उनकी शिक्षा, ज्ञान और कौशल से सीधे जुड़ा होता है. नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को इस महत्वपूर्ण सोच के साथ विकसित किया गया है.' उन्होंने आगे कहा, 'आज का ये मंथन ऐसे समय में हो रहा है, जब देश अपने व्यक्तिगत, बौद्धिक, औद्योगिक स्वभाव और टैलेंट को दिशा देने वाले पूरे इकोसिस्टम में परिवर्तन करने की तरफ तेजी से बढ़ रहा है.'
ये भी पढ़ें- ममता बनर्जी को मात देने के लिए PM मोदी ने कसी कमर, बंगाल में करेंगे इतनी रैलियां
पीएम मोदी ने कहा, 'बीते वर्षों में शिक्षा को रोजगार और उद्यमशीलता की क्षमता से जोड़ने का जो प्रयास किया गया है, ये बजट उनको और विस्तार देता है. इन्हीं प्रयासों का परिणाम है कि आज वैज्ञानिक प्रकाशन के मामले में भारत टॉप थ्री देशों में आ चुका है.' उन्होंने कहा, 'पहली बार देश के स्कूलों में अटल टिंकरिंग लैब (Atal Tinkering Labs) से लेकर उच्च संस्थानों में अटल इन्क्यूबेशन सेंटर (Atal Incubation Centers) तक पर फोकस किया जा रहा है. देश में स्टार्ट अप्स के लिए हैकथॉन की नई परंपरा देश में बन चुकी है, जो देश के युवाओं और इंडस्ट्री, दोनों के लिए बहुत बड़ी ताकत बन रही है.'
लाइव टीवी
उन्होंने कहा, 'भारत में स्टार्ट-अप के लिए हैकथॉन की एक नई परंपरा है. यह दोनों युवाओं के साथ-साथ उद्योग को भी मजबूत करेगा. नेशनल इनिशिएटिव फॉर डेवलपिंग एंड हारनेसिंग इनोवेशन के तहत 3500 से अधिक स्टार्टअप का पोषण किया गया है. ज्ञान और शोध को मर्यादा में रखना राष्ट्र के साथ अन्याय है. इस मानसिकता के साथ, हम अपने युवाओं के लिए कृषि, अंतरिक्ष, परमाणु ऊर्जा और DRDO जैसे कई क्षेत्रों को खोल रहे हैं.'
पीएम मोदी ने कहा, 'इस साल के बजट में, हमने संस्थागत-निर्माण और पहुंच पर अधिक ध्यान केंद्रित किया है. भारत में पहली बार हम 50 हजार करोड़ रुपये की लागत से एक राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन विकसित कर रहे हैं.' उन्होंने आगे कहा, 'किसानों की आय बढ़ाने के लिए, उनका जीवन बेहतर बनाने के लिए बायोटेक्नोलॉजी से जुड़ी रिसर्च में जो साथी लगे हैं, देश को उनसे बहुत उम्मीदे हैं. मेरा इंडस्ट्री के तमाम साथियों से आग्रह है कि इसमें अपनी भागीदारी को बढ़ाए.'
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'ऊर्जा क्षेत्र में हमारी आत्मनिर्भरता के लिए भविष्य के ईंधन और हरित ऊर्जा महत्वपूर्ण हैं. इस प्रकार, बजट में घोषित हाइड्रोजन मिशन एक विशाल परियोजना है. हमें वैश्विक मांग के अनुरूप कौशल का नक्शा तैयार करना चाहिए और युवाओं को उसी तर्ज पर तैयार किया जाना चाहिए. हम भारत में अंतर्राष्ट्रीय परिसरों को लाने और सहयोग में दुनिया भर में सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं.'