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PM Narendra Modi State Home Ministers meet: पीएम मोदी ने हरियाणा (Haryana) के सूरजकुंड (Surajkund) में आयोजित देश के सभी राज्यों के गृह मंत्रियों के दो दिवसीय सम्मेलन को संबोधत किया. इस दौरान पीएम ने कहा कि राज्यों को किसी भी अच्छी पहल एक-दूसरे से सीखने की जरूरत है. आपको बताते चलें कि स्टेट्स होम मिनिस्टर्स की इस बैठक को इस बार ‘चिंतन शिविर’ नाम दिया गया है. इससे पहले गुरुवार को गृह मंत्री अमित शाह का संबोधन हुआ था.
देश में उत्सव का माहौल
पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि आज कल देश में उत्सव का माहौल है. ओणम, दशहरा, दुर्गापूजा और दीपावली सहित अनेक उत्सव शांति और सौहार्द के साथ देशवासियों ने मनाएं हैं. अभी छठ पूजा सहित कई अन्य त्योहार भी हैं. विभिन्न चुनौतियों के बीच इन त्योहारों में देश की एकता का सशक्त होना, आपकी तैयारियों का भी प्रतिबिंब है.
25 साल का रोड मैप
आजादी का अमृतकाल हमारे सामने हैं. आने वाले 25 वर्ष देश में एक अमृत पीढ़ी के निर्माण के हैं. ये अमृत पीढ़ी 'पंच प्राणों' के संकल्पों को धारण करके निर्मित होगी.
'राज्य एक दूसरे से सीखें'
पीएम मोदी ने कहा, 'संविधान में भले कानून और व्यवस्था राज्यों का दायित्व है, लेकिन ये देश की एकता-अखंडता के साथ भी उतने ही जुड़े हुए हैं, हर एक राज्य एक दूसरे से सीखें, एक दूसरे से प्रेरणा लें.'
पंच प्राणों का महत्व
1- विकसित भारत का निर्माण
2- गुलामी की हर सोच से मुक्ति
3- विरासत पर गर्व
4- एकता और एकजुटता
5- नागरिक कर्तव्य
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'इन पंच प्राणों का महत्व आप सभी भली भांति जानते हैं, समझते हैं. ये एक विराट संकल्प है, जिसको सिर्फ और सिर्फ सबके प्रयास से ही सिद्ध किया जा सकता है. देश की बेहतरी के लिए काम करें, ये संविधान की भावना है और देशवासियों के प्रति हमारा दायित्व भी है.'
'देश का सामर्थ्य बढ़ेगा तो हर परिवार का सामर्थ्य बढ़ेगा'
जब देश का सामर्थ्य बढ़ेगा तो देश के हर नागरिक, हर परिवार का सामर्थ्य बढ़ेगा. यही तो सुशासन है, जिसका लाभ देश के हर राज्य को समाज की आखिरी पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक पहुंचाना है. इसमें आप सभी की बहुत बड़ी भूमिका है.
'सभी एजेंसियों को एक-दूसरे को पूरा सहयोग देना चाहिए'
कई बार केंद्रीय एजेंसियों को कई राज्यों में एक साथ जांच करनी पड़ती है, दूसरे देशों में भी जाना पड़ता है, इसलिए हर राज्य का दायित्व है कि चाहे राज्य की एजेंसी हो, चाहे केंद्र की एजेंसी हो, सभी एजेंसियों को एक-दूसरे को पूरा सहयोग देना चाहिए.
'स्मार्ट टेक्नोलॉजी से कानून-व्यवस्था बनेगी स्मार्ट'
साइबर क्राइम हो या फिर ड्रोन टेक्नोलॉजी का हथियारों और ड्रग्स तस्करी में उपयोग, इनके लिए हमें नई टेक्नोलॉजी पर काम करते रहना होगा. स्मार्ट टेक्नोलॉजी से कानून-व्यवस्था को स्मार्ट बना पाना संभव होगा. बीते कुछ सालों में केंद्र सरकार के स्तर पर कानून व्यवस्था से जुड़े कई बड़े सुधार हुए हैं, जिसने पूरे देश में शांति का वातावरण बनाने का काम किया है.
'कलम वाले नक्सली ज्यादा खतरनाक'
आज वैश्विक स्तर पर भारत जितनी तेजी से आगे बढ़ रहा है, उतनी ही तेजी से भारत की चुनौतियां भी बढ़ने वाली है, विश्व की बहुत सारी ताकतें होंगी, जो नहीं चाहेगी कि उनके देश के संदर्भ में भारत सामर्थ्यवान बने. देश के विरोध में जो ताकते खड़ी हो रही हैं, जिस प्रकार हर चीज का उपयोग किया जा रहा है, सामान्य नागरिक की सुरक्षा के लिए, ऐसी किसी भी नाकारात्मक शक्तियों के खिलाफ कठोर से कठोर बर्ताव ही हमारी जिम्मेदारी है. पीएम मोदी ने इस दौरान ये भी कहा कि कलम वाले नक्सली देश के लिए ज्यादा खतरनाक हैं.
फेक न्यूज़ पर मोदी का मंत्र
एक छोटी सी फेक न्यूज पूरे देश में बड़ा बवाल खड़ा कर देती है. लोंगों को हमें एजुकेट करते रहना पड़ेगा कि कोई भी चीज़ आती है तो उसको फार्वर्ड करने से पहले, मानने से पहले वेरिफाई करें.
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