ये हैंड-सैनिटाइजर लंबे समय तक वायरस पर प्रभावी रहता है, इस कारण उसे बार-बार इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं होती. चांदी के नैनोपार्टिकल धीरे-धीरे और लगातार सिल्वर आयन छोड़ते हैं जो उसके संपर्क में आने वाले वायरस का खात्मा करता है.
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नई दिल्ली: मार्केट में जल्द ही एक ऐसा हैंड-सैनिटाइजर उपलब्ध हो जाएगा, जो न सिर्फ ईको-फ्रेंडली है बल्कि इतना कोमल है कि उसे लगाने से हाथों में सूखापन नहीं आता. यह सैनिटाइजर अल्कोहल फ्री भी है. पुणे स्थित एक स्टार्ट-अप कंपनी ने ऐसा ईको-फ्रेंडली हैंड-सैनिटाइजर विकसित किया है जो लंबे समय तक वायरस पर प्रभावी रहता है और बार-बार उसके उपयोग की जरूरत को कम करता है.
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने गुरुवार को एक बयान जारी कर कहा कि वेईनोवेट बायोसॉल्यूशंस ने चांदी के नैनोपार्टिकल की मदद से अल्कोहल फ्री, पानी आधारित, गैर-ज्वलनशील और गैर-विषाक्त हैंड-सैनिटाइजर विकसित किया है.
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बयान के अनुसार, प्रोडक्ट ने हैंड-सैनिटाइजर के लिए केन्द्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) से मान्यता प्राप्त क्लिनिकल परीक्षण पूरा कर लिया है. यह वायरस को मारने में बेहद प्रभावी है.
उसके अनुसार, हैंड-सैनिटाइजर लंबे समय तक वायरस पर प्रभावी रहता है, इस कारण उसे बार-बार इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं होती. चांदी के नैनोपार्टिकल धीरे-धीरे और लगातार सिल्वर आयन छोड़ते हैं जो उसके संपर्क में आने वाले वायरस का खात्मा करता है. इसके अलावा इसे सामान्य तरीके से स्टोर किया जा सकता है.
वेईनोवेट बायोसॉल्यूशंस की सह-संस्थापक और सीओओ डॉक्टर अनुपमा इंजीनियर ने कहा, ‘हम सैनिटाइज के अध्ययन के निष्कर्ष से उत्साहित हैं और सीडीएससीओ, भारत से हमारे हैंड-सैनिटाइजर को लाइसेंस मिलने का इंतजार कर रहे हैं.’
चांदी के नैनोपार्टिकल वायरस का खात्मा करने में प्रभावी हैं और एनआईवी, हेपेटाइटिस बी और इंफ्लूएंजा आदि के खिलाफ काफी प्रभावी है.