13 मुमुक्षुओं की दीक्षा के बाद दीक्षार्थी भाई बहनों ने अपनाया वैराग्य, जयकारों से गूंज उठा पंडाल
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13 मुमुक्षुओं की दीक्षा के बाद दीक्षार्थी भाई बहनों ने अपनाया वैराग्य, जयकारों से गूंज उठा पंडाल

ब्यावर में यह ऐतिहासिक पल था जब एक साथ 13 मुमुक्षुओं ने वैराग्य पथ को अंगीकार किया. दीक्षा के बाद सभी का नामकरण भी किया गया. 

13 मुमुक्षुओं की दीक्षा के बाद दीक्षार्थी भाई बहनों ने अपनाया वैराग्य.

Beawar: उदयपुर रोड़ स्थित कृषि उपज मंडी प्रांगण में जैनाचार्य विजयराज महाराज की निश्रा में आयोजित दीक्षा महोत्सव के दौरान देश भर से बड़ी संख्या में जैन समाज के लोगों ने हिस्सा लिया. इस दौरान 13 मुमुक्षुओं की दीक्षा के बाद दीक्षार्थी भाई बहिनों के वैराग्य पथ की ओर बढ़ने की अनुमोदना किया.

दरअसल शहर में दीक्षा महोत्सव को लेकर दिन भर चहल पहल बनी रही. आचार्य श्री ने 13 मुमुक्षुओं को प्रातरू शभ वेला में दीक्षा देकर अपने संघ में शामिल किया है. मंडी प्रांगण में दिनभर रौनक बनी रही. सुबह 8 बजे वीर थाल का आयोजन नौ ही मुमुक्षुओं के निवास से किया गया. सभी ने इस रस्म को पूरा किया. 

इसके बाद सभी मुमुक्षुओं की महाभिष्यण यात्रा निकाली गई. जिसमें मुमुक्षु भाई बहिनों परिवारजन इस संयम पथ की यात्रा में शामिल हुए. कार्यक्रम के दौरान सभी मुमुक्षु आत्माओं का केश लोचन किया गया. सभी ने साधुवेश को धारण कर आचार्यश्री के मुखारबिंद से संयम पथ को अंगीकार किया. 

इस दौरान पूरा पांडाल भगवान महावीर के जयकारों हर्ष हर्ष जय-जय के नोरों से गूंज उठा. ब्यावर में यह ऐतिहासिक पल था जब एक साथ 13 मुमुक्षुओं ने वैराग्य पथ को अंगीकार किया. दीक्षा के बाद सभी का नामकरण भी किया गया. 

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अखिल भारतीय साधुमार्गी शांत क्रांति जैन संघ ब्यावर के तत्वावधान में आयोजित इस दीक्षा महोत्सव में बाहर से आए जैन समाज के लोगों के लिए संघ की ओर से भोजन प्रसादी एवं सुबह के नाश्ते की व्यवस्था की गई. मुमुक्षुओं के संयम पथ को अंगीकार करने के जोश को देख कर हजारों लोगों की भीड़ गदगद हो उठी.

आचार्य श्री ने ब्यावर में चतुर्विध संघ के सामने संघ के वरिष्ठ संत शांतिमुनि को गधाधिपति की उपाधि से अलंकृत किया है. जिसका सभी उपस्थित संतों एवं महासती मंडल ने हर्ष-हर्ष, जय-जय का नाद कर खुशी का इजहार किया. शांति मुनि ने प्रज्ञानिधि जितेश मुनि को उपाध्याय प्रवर की उपाधि से विभूषित किया है.

(इनपुट-दिलीप चौहान)

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