Ajmer News: गैंग रेप पीड़िता पर दोहरा संकट, स्कूल ने भी काटा नाम, 12 वीं बोर्ड का एग्जाम देने से वंचित रह गई छात्रा
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Ajmer News: गैंग रेप पीड़िता पर दोहरा संकट, स्कूल ने भी काटा नाम, 12 वीं बोर्ड का एग्जाम देने से वंचित रह गई छात्रा

Ajmer GangRape Girl emotional story: अजमेर में स्कूली छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.अजमेर जिला के सेशन जज ने प्राधिकरण सचिव रामपाल जाट को पूरे मामले में जांच के निर्देश दिए है.

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Ajmer GangRape Girl emotional story: अजमेर में स्कूली छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उसका भविष्य अधर में दिखने लगा है. घटना होने से बाद से उसके स्कूल प्रशासन ने उसके साथ संवेदनहीनता दिखाते हुए पीड़िता का नाम स्कूल से काट दिया. और उसे 12वीं बोर्ड की परीक्षा में भी नहीं बैठने दिया . जिससे उसका एक साल खराब हो गया. पीड़िता के साथ हुए अन्याय को लेकर अब  जिला बालकल्याण समिति सामने आई है.   उसने इसके लिए अजमेर जिला सेशन न्यायाधीश से पीड़िता को न्याया दिलाने के लिए आवाज उठाई है. 

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वहीं  जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सामने मामला आने के बाद उन्होंने इस पर संज्ञान लेते हुए  अजमेर जिला के सेशन जज ने प्राधिकरण सचिव रामपाल जाट को पूरे मामले में जांच के निर्देश दिए है. साथ ही पीड़िता के पुनर्वास शिक्षा और प्रतिकार भुगतान सुनिश्चित करने के भी आदेश दिए.

 इसके बाद प्राधिकरण के सचिव रामपाल जाट ने गुरूवार को पीड़िता से दफ्तर में मुलाकात कर उसकी आप बीती सुनी. इस दौरान जिला बाल कल्याण समिति अध्यक्ष अंजली शर्मा भी उसके मौजूद रही.

 पीड़िता ने बताया कि, पिछले साल अक्टूबर महीने में उसके साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद जब वह स्कूल वापस पहुंची, तो वहां के टीचिंग स्टाफ ने उसे यह कहकर स्कूल आने से मना कर दिया कि ,उसके कारण स्कूल का माहौल खराब होगा. और उसका नाम स्कूल से काट दिया गया.

 इतना ही नहीं, इसे 12वीं बोर्ड की परीक्षाओं में  प्रवेश पत्र नहीं दिया जिससे वह एग्जाम ने नहीं बैठ पाई. वहीं जब यह मामला जिला बाल कल्याण समिति के संज्ञान में आया तो  उन्होंने तुरंत इस पर कार्रवाई शुरू की.  और जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर पीड़िता के साथ शिक्षा के अधिकार के तहत 12वीं बोर्ड परीक्षा वापस से दिलवाने की मांग की. साथ ही स्कूल  की तरफ से लापरवाह रवैया दिखाने  के लिए मान्यता रद्द करने की भी मांग की. इसके अलावा  जिला बाल कल्याण समिति ने इस पूरे मामले की एक शिकायत कलेक्टर को भी की है. इसके बाद देखना यह होगा कि क्या पीड़िता का भविष्य खराब होने से बच सकेगा. 

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Reporter: Abhijeet Dave

 

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