Ajmer News: बिहार के किशनगंज की रहने वाली नेहा लोढ़ा राजस्थान में जैन साध्वी का जीवन अपनाकर 23 फरवरी को दीक्षा लेने जा रही हैं. नेहा जैन ने भौतिक सुख और मोह माया का त्याह कर जैन साध्वी बनने का दृढ़संकल्प लिया है.
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Ajmer News: बिहार के किशनगंज की रहने वाली नेहा लोढ़ा 23 साल की उम्र में जैन साध्वी बनने जा रही है. इसको लेकर नेहा काफी चर्चा में है और वह 23 फरवरी को राजस्थान के अजमेर जिले के बिजयनगर में दीक्षा लेने वाली हैं.
मात्र 23 साल की उम्र में नेहा लोढ़ा साध्वी बनने जा रही हैं. नेहा का यह दृढ़संकल्प 13 साल बाद 23 फरवरी को पूरा होने जा रहा है. अजमेर जिले के बिजयनगर में नेहा जैन साधु विजयराज जी महाराज से भागवती दीक्षा लेंगी.
नेहा जैन ने भौतिक सुख और मोह माया का त्याह कर जैन साध्वी बनने का दृढ़संकल्प लिया है. नेहा जैन बहुत बड़े कपड़े के कारोबारी महेंद्र मनीषा की बेटी हैं और वह बचपन से सादगी भरा जीवन जी रही हैं. उन्हें न तो महंगे और डिजाइनर कपड़ों का शौक है और न ही किसी खान-पान का है. वह सादे कपड़े पहनती हैं और सादा खाना खाती हैं.
वहीं, इस सादगीभरे जीवन के दौरान नेहा के साथ एक घटना घटी, जिसके बाद उसमे वैराग्य की भावना जगी. 13 साल पहले नेहा के ताऊ राजेन्द्र लोढ़ा की लुटेरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी, इसी घटना के बाद नेहा के दिमाग पर बहुत बड़ा असर पड़ा और उनमें वैराग्य जाग गया.
इस घटना के 1 साल बाद नेहा एक जैन साधु से मिली. जैन साधु ने मन को भांप लिया और उसके वैराग्य की भावना को समझते हुए उसे इस अपनाने और इस पर चलने की प्रेरणा दी. इसके बाद से नेहा जैन से जैन साधुओं, जैन साध्वियों के कठिन जीवन का अनुसरण करना शुरू किया और ऐसा ही जीवन जीने लग गई.
इसके बाद वह अपना निश्चय दृढ़ करके इस रास्ते पर चलने लग गई. आखिर में नेहा के माता-पिता भी उसके फैसले को मान गए. इस समारोह में नेहा लोढ़ा की दादी प्रेम देवी, पिता महेंद्र लोढ़ा, माता मनीषा देवी, भुआ चंदा देवी, भाई कुशल लोढ़ा और पूरा परिवार शामिल हुआ.
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