दोनों देश में तरक्की और खुशहाली के साथ ही शांति सद्भाव और भाईचारा बना रहे इसकी दुआ मांगी गई. इस दौरान पुलिस बल भी तैनात रहा.
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अजमेर: भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की ओर से अजमेर ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में चादर पेश किया गया. इस दौरान पाकिस्तानी जायरीन के द्वारा जुलूस के दौरान भारत और पाकिस्तान का झंडा भी हाथ में लहराया गया और यह बताया गया कि दोनों ही देशों के बीच आपसी भाईचारा और सद्भाव बना रहना चाहिए इसकी दुआ भी ख्वाजा गरीब नवाज की गई.
अजमेर में प्रसिद्ध ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में सालाना 811वां उर्स हर्षोल्लास से मनाया गया इस दौरान अलग-अलग देशों और राज्यो के साथ ही राजनेताओं और कलाकारों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में चादर पेश की गई. पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की ओर से भी ज़ायरीन का जत्था 25 जनवरी को अजमेर पहुंचा था, जहां रोजाना वह ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में सुरक्षा के बीच जियारत करते और अपनी मनोकामना ख्वाजा गरीब नवाज के सामने रखते आज सभी जायरीन एक साथ ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में चादर पेश करने के लिए सेंटर गर्ल्स स्कूल से रवाना हुए.
बड़ी संख्या में पुलिस का जाब्ता भी रहा मौजूद
इस दौरान भारी पुलिस जाब्ता भी मौजूद रहा और सुरक्षा के बीच सभी दरबार में पहुंचे इस दौरान पाकिस्तानी ज़ायरीन के हाथ में दोनों ही देशों का झंडा देखा गया जिसे लहराते हुए दोनों ही देशों में अमन-चैन और सद्भाव प्रेम बना रहे इसकी दुआ करते नजर आया सभी ज़ायरीन पाकिस्तान से भेजी गई चादर लेकर मजार शरीफ पर पहुंचे और वहां देश में अमन चैन भाईचारा और तरक्की हो इसलिए कर दुआ मांगी.
भारत और पाकिस्तान के बीच प्रेम सद्भाव हमेशा बन रहने के लिए मांगी दुआ
वहीं, जायरीन का यह कहना है कि वह इसी प्रकार अजमेर दरगाह आते रहे यही दुआ मांगी भारत और पाकिस्तान के बीच प्रेम सद्भाव हमेशा बना रहना चाहिए इसे लेकर भी दुआ की गई साथ ही उन्होंने कहा कि अजमेर आने में उन्हें कोई समस्या उत्पन्न नहीं हुई और सभी सुविधाएं उन्हें दी गई है. यहां सभी धर्म एक दूसरे के प्रति प्रेम सद्भाव रखते हैं और यही होना चाहिए. हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई सभी ने उन्हें प्रेम और मोहब्बत की है पर यही पैगाम ख्वाजा गरीब नवाज की ओर से दिया जाता है और इसे लेकर वह अपने मुल्क पहुंचेंगे.
ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में सभी पाकिस्तान जायरीन की दस्तारबंदी कर उन्हें तबर्रुक भेंट किया गया साथ ही उन्होंने अपने वतन लौटने से पहले बाजार में कई खरीदारी भी की जिससे कि वह अपने परिजनों को यहां की यादें दे सके वही आगामी 1 फरवरी तक सभी जारी अजमेर रुकेंगे और यहां से कड़ी सुरक्षा के बीच 2 फरवरी को वापस जाने का कार्यक्रम है.