पुष्कर में नहीं दिख रहा वीकेंड कर्फ्यू का असर, नहीं हो रही गाइडलाइन की पालना
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पुष्कर में नहीं दिख रहा वीकेंड कर्फ्यू का असर, नहीं हो रही गाइडलाइन की पालना

लापरवाही का आलम इतना है कि मंदिर की प्रबंध समिति ने मंदिर के बाहर लगी एलईडी तक हटवा दी है. वहीं, मंदिर के ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था राज्य सरकार के आदेशों के बाद भी आज तक संभव नहीं हो पाई है. 

प्रभावशाली लोगों को मंदिर में दर्शन करवाने का दौर लगातार जारी रहा.

Ajmer: विश्व विख्यात जगतपिता ब्रह्मा मंदिर उपखंड प्रशासन और अस्थाई मंदिर प्रबंधन समिति के आदेशों के बाद आज आमजन के लिए दर्शनार्थ बंद कर दिया गया है लेकिन प्रभावशाली लोगों को जगतपिता ब्रह्मा मंदिर के सुलभ दर्शन प्राप्त हो रहे. ऐसे में सैकड़ों किलोमीटर का रास्ता तय कर अपने आराध्य का दर्शन करने पुष्कर आ रहे श्रद्धालु मायूस और बेबस लौट रहे हैं. लापरवाही का आलम इतना है कि मंदिर की प्रबंध समिति ने मंदिर के बाहर लगी एलईडी तक हटवा दी है. वहीं, मंदिर के ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था राज्य सरकार के आदेशों के बाद भी आज तक संभव नहीं हो पाई है. 

कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर प्रदेशभर में वीकेंड कर्फ्यू लागू है. राज्य सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइन में धार्मिक स्थलों को बंद करने के संबंध में कोई आदेश नहीं था लेकिन पुष्कर में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों को लेकर पुष्कर उपखंड अधिकारी और अस्थाई मंदिर प्रबंधन समिति के सचिव सुखाराम पिंडेल ने मंदिर को दर्शनार्थियों के लिए बंद करवा दिया लेकिन प्रभावशाली लोगों को मंदिर में दर्शन करवाने का दौर लगातार जारी रहा. 

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वहीं, दूसरी ओर सैकड़ों किलोमीटर का रास्ता तय कर पुष्कर पहुंचे श्रद्धालु जगतपिता ब्रह्मा के दरबार में प्रभावशाली लोगों के सामने स्वयं को अदना महसूस करने को मजबूर है. यह पहला मामला नहीं है जब प्रबंधन समिति और मंदिर के प्राचीन नियमों को तोड़ा गया है. इससे पहले भी कई प्रभावशाली लोगों के लिए मंदिर की दैनिक दिनचर्या के साथ खिलवाड़ किया जा चुका है. 

ऐसे में जगतपिता ब्रह्मा मंदिर की अस्थाई प्रबंधन समिति के सचिव सुखाराम पिंडेल की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं. कोरोना संक्रमण के इस मुश्किल दौर में जहां नवीन चिकित्सा पद्धति इस संक्रमण को समाप्त कर पाने में असमर्थ साबित हो रही है. वहीं, भारत देश की प्राचीन धार्मिक आस्थाए आमजन के दुर्बल मन को मनोवैज्ञानिक संबल प्रदान करने का काम करती है. ऐसे में श्रद्धालुओं के मध्य इस तरह का भेदभाव भारतीय संविधान की मूल अवधारणा समता और समानता को चोट पहुंचा रहा है. 

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अमूमन कुछ ऐसा ही नजारा कस्बे भर में देखने को मिल रहा है. कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों पर नियंत्रण करने के उद्देश्य से प्रदेश भर में वीकेंड लॉकडाउन की घोषणा राज्य सरकार द्वारा कर दी गई है, जिसको लेकर आवश्यक सेवाओं के अलावा सारी गतिविधियों पर रोक आमद कर दी गई है लेकिन तीर्थ नगरी पुष्कर में ऐसा देखने को नहीं मिल रहा. आमजन बिना मास्क के बाजारों में विचरण करते नजर आ रहे हैं. वहीं, गैर जरूरी उत्पादों की दुकान खुली हैं. ऐसे में वीकेंड कर्फ्यू का मिला जुला असर ही देखने को मिल रहा है. 

Reporter- Manveer

 

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