'किसान कलेवा योजना' चढ़ा अधिकारियों और ठेकेदारों की भेंट, किसानों ने जताई नाराजगी
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'किसान कलेवा योजना' चढ़ा अधिकारियों और ठेकेदारों की भेंट, किसानों ने जताई नाराजगी

सूबे में धरतीपुत्रों के लिए कृषि मंडियों में राज्य सरकार द्वारा किसान कलेवा योजना (Kisan Kalewa Yojana) अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत की भेंट चढ़ रही है. 

प्रतीकात्मक तस्वीर.

Tonk: सूबे में धरतीपुत्रों के लिए कृषि मंडियों में राज्य सरकार (State Government) द्वारा किसान कलेवा योजना (Kisan Kalewa Yojana) अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत की भेंट चढ़ रही है. मंडियों में आने वाले किसानों को ना तो समय पर भोजन मिल रहा है, ना ही तय मेन्यू के अनुसार संचालक किसानों को खाना खिला रहा है.

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तस्वीरें टोंक जिले में निवाई कृषि उपज मंडी की सामने आई है. जहां किसान कलेवा योजना अधिकारियों की लापरवाही और ठेकेदारों से मिलीभगत की भेंट चढ़ रही है, जिले की सबसे बड़ी मंडी में आने वाले किसानों को सरकार की कलेवा योजना का फायदा नहीं मिल रहा है. मंडी में किसानों को 11 बजे तक खाना नहीं मिलने पर किसानों ने नाराजगी जताई और दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.

किसानों का आरोप है कि कलेवा योजना में 8 पूड़ी, चपाती और दाल दी जा रही है, जबकि मेन्यू के अनुसार सब्जी और गुड़ भी देना चाहिए. नाराज किसानों ने सेंटर के बाहर खड़े होकर प्रदर्शन कर नाराजगी प्रकट जाहिर की. इस घटना को लेकर मंडी सचिव कांति मीणा का कहना है कि जांच करवाई जा रही है और दोषी पाया जाता है तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी. हालांकि पिछले दिनों भी किसान कलेवा पर किसानों ने कई बाहर अनियमितता का आरोप लगाया था.

Report-Purushottam Joshi

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