Nasirabad: आजादी के 7 दशक बाद भी जाटिया और बलवंता में नहीं पहुंचा पानी, जानिए पूरी खबर
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Nasirabad: आजादी के 7 दशक बाद भी जाटिया और बलवंता में नहीं पहुंचा पानी, जानिए पूरी खबर

Nasirabad, Ajmer News: अजमेर के नसीराबाद के पास जाटिया और बलवंता गांव में पेयजल समस्या को लेकर पुष्कर विधायक सुरेश सिंह रावत को मांगपत्र सौंपा. आजादी के 7 दशक से गांव में नहीं पहुंच रहा पेयजल.

नलकूप से पानी से भरता बच्चा

Nasirabad, Ajmer News: अजमेर के नसीराबाद के निकट जाटिया और बलवंता में पेयजल समस्या के कारण त्राही त्राही मची हुई है. इन गांवों में लोगों को पानी की तलाश में भटकना पड रहा है. आजादी के 7 दशक से अधिक बीत जाने के बावजूद अजमेर रोड़ नसीराबाद के बीच स्थित जाटिया और बलवंता में पेयजल समस्या का समाधान नहीं हो पाया है. सरकार की जल जीवन मिशन योजना के तहत प्रत्येक गांव में पानी की सुचारू व्यवस्था की जा रही है, जिससे प्रत्येक गांव को पीने योग्य पानी सुलभ कराया जा रहा है, जिससे उन्हें पानी के लिए इधर उधर नहीं भटकना पड़े. लेकिन ग्राम पंचायत दांता के ऐसे दो गांव हैं जहां जल जीवन मिशन योजना को लागू नहीं किया गया है, जिससे इन गांवो की दशा बिगड़ी हुई है. दांता ग्राम पंचायत के दो गांव बलवंता और जाटिया जल जीवन मिशन योजना से वंचित हैं.

जाटिया व बलवंता में पेयजल समस्या समाधान के लिए समाजसेवी राजेंद्र कुमार खडोलिया के नेतृत्व में उपखंड अधिकारी को ज्ञापन दिया। जिसमें बताया कि जल जीवन मिशन योजना के तहत जाटिया और बलवंता गांव में पेयजल की समस्या का समाधान करके ग्रामीणों को राहत दिलाई जाए। जल जीवन मिशन योजना से वंचित जाटिया और बलवंता गांव के ग्रामीण पानी के लिए कड़ी मशक्कत करने को मजबूर हो रहे है। मजदूर और कृषक वर्ग पानी के लिए दर दर भटकते नजर आ रहे हैं। ग्रामीणों को पानी लाने के लिए लगभग एक से डेढ़ किलोमीटर का सफर तय करके पानी की व्यवस्था करनी पडती है। छोटे छोटे बच्चे भी जोखिम भरा रास्ता पार करके कंठ की प्यास बूझाने के लिए पानी की व्यवस्था में जुटे रहते है। कई बार तो ग्रामीण हाईव पर वाहनो की रेलमपेल के बीच पानी से भरे पात्रों को लेकर पार करते है। जिसमें कई ग्रामीणो को अस्पताल की राह भी देखनी पडी है। इसके बावजूद ऐसे हादसो की तरफ प्रशासन के आलाअधिकारी मूकदर्शक बने हुए है।

जाटिया और बलवंता के ग्रामीणों ने जानकारी देते हुए बताया कि काम धंधा छोड़कर सबसे पहले पानी की व्यवस्था करनी पड़ती है. जिससे उनको आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, इतना ही नहीं स्कूल जाने वाले छात्र छात्राएं पानी की व्यवस्था करने के बाद स्कूल जाते हैं, जिससे उनकी शिक्षा पर नकारात्मक असर हो रहा है. इतना ही नहीं कई ग्रामीण पानी के टैंकर की व्यवस्था भी करते हैं, लेकिन पानी के टैंकरकर्मी मनमानी के चलते चार से पांच सौ रूपये वसूलते हैं. आमदनी अठन्नी खर्चा रूपया की स्थिति का प्रशासन से छुपी हुई नहीं है. उन्होंने बताया कि पेयजल समस्या ने उनकी कमर तोड दी है. इस सिलसिले में ग्रामीणों में पूर्व में भी आक्रोश देखा गया था. जिसमें ग्रामीणों ने पेयजल की समस्या के निदान के लिए आंदोलन किया था, लेकिन हालात वही ढाक के तीन पात हैं.

खारा व फ्लोराइड युक्त पानी पिने के विवश लोग

दांता ग्राम पंचायत के दो गांव जाटिया और बलवंता खारा व फ्लोराइड युक्त पानी पिने के विवश है. जो उनके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो रहा है. प्रशासन ग्रामीणों के स्वास्थ्य के साथ प्रत्यक्ष रूप से खिलवाड़ कर रहा है. जिससे लोगों में आक्रोश पनप रहा है.

जाटिया एवं बलवंता में पेयजल समस्या समाधान का मांग पत्र सौंपते समय समाजसेवी रूपनारायण गुर्जर, मनोज गुर्जर, रामचंद्र, राजेंद्र कुमार खडोलिया, जगदीश माली, महेंद्र, किशन, सुनील, श्यामा, देवालाल गुर्जर आदि मौजूद रहे. यह दोनों गांव नसीराबाद से मात्र चार किलोमीटर दूर लेकिन पुष्कर विधानसभा क्षेत्र मे होने के कारण पुष्कर विधायक सुरेश सिंह रावत को भी मांगपत्र सौंपकर पेयजल समस्या समाधान की मांग की गई है.

Reporter - Ashok Bhati

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