Alwar murder case: अलवर में 6 साल बाद करवा चौथ से पहले शहर में हुई दर्दनाक हत्या का खुलासा पुलिस ने किया.जिसमें पुलिस ने महिला समेत उसके प्रेमी और दो बदमाशों को उसके पत्ति के साथ बच्चों को मौत के घाट उतारने वाले बदमाशों को गिरफ्तार किया.
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Alwar murder case: करवा चौथ आने से पहले महिलाएं उसकी तैयारी में जुट जाती है , अपने सुहाग की दीर्घायु के लिए उस दिन उपवास रखती है हाथों में मेहंदी लगाती है , लेकिन अलवर में एक ऐसा मामला आया जब एक महिला ने करवा चौथ से कुछ दिन पहले अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति और चार बच्चो की गला रेत कर हत्या कर दी था.
कब का है मामला
अलवर का यह मामला 2 अक्टूबर 2017 का है जब शिवाजी पार्क थाना क्षेत्र में मकान नम्बर 454 में यह वारदात सामने आई थी. तीन अक्टूबर को सुबह करीब छह बजे मकान के नीचे वाले कमरे में सो रहे 45 वर्षीय बनवारी लाल उर्फ बबली शर्मा और उसके बेटे मोहित ,हैप्पी और अज्जू सहित भतीजे निक्की के शव खून से लथपथ मिले थे.
इस मामले में पुलिस ने मृतक बनवारी लाल की पत्नी उसके प्रेमी सहित दो सुपारी किलर को गिरफ्तार किया था , दरअसल आरोपी महिला संतोष उर्फ संध्या ने अपने प्रेमी हनुमान जाट के साथ मिल कर इस वारदात को अंजाम दिया था. घटना की जानकारी मिलते ही तत्कालीन एसपी अलवर राहुल प्रकाश , आईपीएस अनिल बेनीवाल सहित थाना अधिकारी विनोद सामरिया ने मौके पर छानबीन की और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मृतक बनवारी लाल की पत्नी से जब सख्ती से पूछताछ की तो सारा मामला खुल गया ,
महिला है ताइक्वांडो खिलाड़ी
महिला ताइक्वांडो खिलाड़ी है प्रशिक्षण के दौरान उसके हनुमान जाट से अवैध सम्बंध हो गए थे , यह बात संतोष के पति और बड़े बेटे को पता चल चुकी थी जिसके चलते वह इन्हें रास्ते से हटाना चाहती थी. इसकी के कारण दोनों ने सभी को मारने योजना बनाई और दो अक्टूबर की रात को संतोष ने खाने में बनाये रायते में नींद की गोलियां मिला दी जिससे सब खाना खाने के बाद अचेत हो गए थे. वही संतोष घर का दरवाजा खुला छोड़कर ऊपर कमरे में जाकर सो गई थी. उसके बाद देर रात महिला का प्रेमी देर रात दो सुपारी किलर्स के साथ घर पहुंचा और नीचे के कमरे में घुसकर सो रहे चार बच्चो के साथ बनवारी लाल पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर सबकी हत्या कर दी थी.
सीसीटीवी में कैद हुए आरोपी
पुलिस ने छानबीन के समय सीसीटीवी में तीन चार लोगों को घर के आसपास देखा और कुछ दूरी पर उन्होंने हाथ भी धोए. हनुमान यहां से स्कूटी उठा कर ले गया था जिसे वह कृषि उपज मंडी के पास छोड़कर उदयपुर निकल गया था. वहीं हनुमान ने दोनों सुपारी किलर्स को ढाई हजार रु देकर भेज दिया था.
इस हत्याकांड में पूछताछ नहीं होने पर पुलिस के शक की सुई घर के इर्दगिर्द ही घूम रही थी , आखिर पुलिस ने पत्नी की कॉल डिटेल के आधार पर मृतक बनवारी की पत्नी को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो सारा मामला खुल गया. उसके बाद पुलिस ने उसके प्रेमी हनुमान जाट और दो सुपारी किलर्स को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
करीब छह साल बाद अलवर अपर जिला एवं सेशन न्यायधीश संख्या दो डॉक्टर रेणु श्रीवास्तव ने आरोपी हनुमान और संतोष उर्फ संध्या को दोषी करार दिया है. इस मामले में राज्य सरकारके जरिए पीड़ित पक्ष की तरफ से पैरवी करते हुए एडवोकेट अशोक शर्मा ने बताया इस में 77 गवाहों को पेश किया गया. 369 पेज सत्यापित कराए गए. साथ ही 78 आर्टीकल भी साबित कराए गए है. इस मामले में न्यायालय के समक्ष सजा को लेकर दलील हुई जिसमें इस जघन्य अपराध के लिए उम्रकैद की बजाए फांसी दिए जाने की मांग की गई है जिस पर न्यायालय में 21 मार्च को फैसला सुनाया जाएगा.
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