Trending Photos
Alwar News : कोटकासिम क्षेत्र के कादैया गांव में सोमवार देर रात गेहूं की फसल निकालते समय एक मजदूर की थ्रेसर में आने से दर्दनाक मौत हो गई. मजदूर के शरीर के टुकड़े टुकड़े हो गए जिससे थ्रेसर के चारों तरफ खून ही खून नजर आया, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव के टुकड़ों को एक पोटली में बांधा और उसे कोटकासिम सीएससी की मोर्चरी में रखवाया जहां से पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया है.
कोटकासिम क्षेत्र के कादैया गांव में रात के समय थ्रेसर से गेहूं काटते समय एक व्यक्ति की थ्रेसर में आ जाने से दर्दनाक मौत हो गई,अनाज निकालते समय व्यक्ति का हाथ थ्रेसर के अंदर चल रही गिरारियो में आ गया और धीरे-धीरे पूरा व्यक्ति थ्रेसर के अंदर चला गया, जिसकी गर्दन कटकर अलग हो गई और गर्दन व सर के टुकड़े टुकड़े हो गए. आधा व्यक्ति थ्रेसर के अंदर चला गया और आधा व्यक्ति बाहर रह गया.
दूसरे मजदूरों के द्वारा परिजनों को सूचना दी गई और तुरंत ही परिजन मौके पर पहुंचे सुबह मामले की सूचना कोटकासिम पुलिस को दी गई कोटकासिम पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पूरी जानकारी जुटाई और थ्रेसर में फंसे हुए व्यक्ति को बाहर निकाला. जिसके शव को एक पोटली में बांधकर कोटकासिम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर लाया गया जहां पर मंगलवार दोपहर 11:00 बजे शव का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया गया.
पुलिस ने बताया कि कोटकासिम के कादैया गांव का रहने वाला गजेंद्र राजपूत 42 पुत्र धनजीराम रात के समय पड़ोस के गांव के ही थ्रेसर पर गेहूं निकालने का काम कर रहा था तभी अचानक उसका एक हाथ थ्रेसर के अंदर चल रही कि गिरारियों के बीच फंस गया और देखते-देखते वह पूरा थ्रेसर के अंदर चला गया जिससे उसका पूरा शरीर गिरारियाें के बीच फस गया और अंदर जाने से उसके शरीर के टुकड़े टुकड़े हो गए.
थ्रेसर मालिक व मजदूरों के द्वारा थ्रेसर को बंद कर वहीं पर खड़ा कर दिया गया सुबह पुलिस को सूचना देने पर पुलिस मौके पर पहुंची और बचे हुए शव के टुकड़ों को बाहर निकाला और पोटली में बांधकर कोटकासिम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जहां पर उसका पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया गया. सूचना लगते ही सुबह खेत में गांव के लोगों की भीड़ लग गई.
यह भी पढ़ेंः
सचिन पायलट का आज अनशन, रंधावा बोलें पायलट का मुद्दा सही हैं लेकिन तरीका गलत
Rajasthan में 68 लाख पेंशनधारियों के लिए बड़ी खुशखबरी, हर महीने मिलेगी न्यूनतम पेंशन