Barmer News: थार के लाल सेना के वीर जवान दाऊ प्रजापत के निधन के मामले ने तूल पकड़ लिया है. सेना के अधिकारी चंडीगढ़ से पार्थिव देह लेकर पैतृक गांव मीठी बेरी पहुंचने से पहले ही धनाऊ कस्बे में परिजन व बड़ी संख्या में स्थानीय लोग शहीद का दर्जा देने की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए हैं. लगातार स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ लोग धरने पर डटे हुए हैं.
दरअसल भारतीय सेना के 130 वायु रक्षा रेजिमेंट में तैनात वीर जवान दाऊ प्रजापत की ट्रेनिंग के दौरान तबीयत बिगड़ गई थी, जिसके बाद जवान को चंडीगढ़ के कमांड मिलिट्री हॉस्पिटल में भर्ती करवाया था और गुरुवार को इलाज के दौरान निधन हो गया.
सेना के अधिकारी सड़क मार्ग के जरिए एंबुलेंस से पार्थिव देह लेकर बाड़मेर जिला मुख्यालय पहुंचे. जहां पर शहीद सर्किल पर पार्थिव देह को जैसे ही सेना के वाहन में रखवाया तो शहीद सर्किल पर शहीद का दर्जा दिलाने की मांग को लेकर सेना के वहां के आगे ही धरने पर बैठ गए थे.
लेकिन सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल व चौहटन विधायक आदूराम मेघवाल ने समझाइस कर सरकार से सेना अधिकारियों से वार्ता कर शहीद दर्जा दिलाने का आश्वासन देकर पार्थिव देव को पैतृक गांव मीठी बेरी के लिए रवाना किया. जहां पर रास्ते में जगह-जगह वीर शहीद को पुष्प वर्षा कर स्थानीय लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की.
सेना के जवान की पार्थिव देह धनाऊ कस्बे में पहुंची तो एक बार फिर परिजन व बड़ी संख्या में अंतिम दर्शन करने उमड़ी लोगों की भीड़ शहीद का दर्जा दिलाने की मांग को लेकर अंबेडकर सर्किल पर धरने पर बैठ गए. लगातार पिछले 1 घंटे से स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ लोगों की भीड़ धरने पर है. वहीं उपखंड अधिकारी सहित पुलिस के अधिकारी भी लगातार समझाइस करने में जुटे हुए हैं. लेकिन स्थानीय लोग शहीद का दर्जा देने की मांग पर अड़े हुए हैं.